
उज्जैन रेलवे स्टेशन
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उज्जैन में यात्रियों की संख्या के साथ ट्रेनों के यातायात में भी इजाफा हुआ है। इसी कारण उज्जैन रेलवे स्टेशन पर भी यातायात का दबाव बढ़ गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए उज्जैन के बंद पड़े प्लेटफॉर्म नंबर सात एवं आठ पर ट्रेन ले जाने और संचालन का काम शुरू किया जाना था, जिस पर काम चल रहा था। लगभग वह पूरा हो चुका है, लेकिन सात और आठ नंबर प्लेटफॉर्म पर ट्रेन शुरू करने का काम नए साल में ही हो सकेगा।
रेलवे डीआरएम रजनीश कुमार उज्जैन पहुंचे थे। यहां वह सबसे पहले स्टेशन का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। इसके बाद प्लेटफॉर्म नंबर आठ का दौरा किए। जहां उन्होंने 200 मीटर के हिस्से को नागदा एंड से जोड़ने के संबंध में अधिकारियों से चर्चा की। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि काम चल रहा है। अप्रैल 2024 तक काम पूरा किया जा सकेगा, जिसके बाद ही इन दोनों प्लेटफॉर्मों पर ट्रेनों का आवागमन शुरू होगा।
याद रहे कि बंद पड़े इन दोनों प्लेटफॉर्मों पर मीटरगेज ट्रेनों के संचालन बंद होने के बाद रेलवे ने प्लेटफॉर्म नंबर सात को ब्राडगेज में बदल दिया है। इसके अलावा सालों से प्लेटफॉर्म नंबर आठ का उपयोग केवल स्पेशल ट्रेनों को स्टेशन पर रोकने के लिए ही किया जाता है। इन दोनों प्लेटफॉर्म का नवीनीकरण किया जा चुका है, जहां ट्रेनों का ठहराव नहीं हो रहा है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि नागदा एंड की ओर दोनों प्लेटफॉर्म को पटरियों से नहीं जोड़ा है। इससे इस प्लेटफॉर्म पर ट्रेनों को नहीं रोका जा रहा है। 200 मीटर के हिस्से में पटरियों को बिछाने के अलावा इलेक्ट्रीफिकेशन, सिग्नलिंग के अलावा अन्य छोटे-छोटे काम किए जाना है। इसके बाद ही इन प्लेटफॉर्म का उपयोग किया जा सकेगा। इन कामों को पूरा करने के लिए 12 से 15 दिन का समय लगेगा। ब्लॉक लेने के साथ ही ट्रेनों का संचालन पूर्व की तरह मेन्यूअल तरीके से होगा। इसकी अनुमति नहीं मिलने के कारण काम अटका हुआ है।
रेलवे ने प्लेटफार्म नंबर आठ के पीछे नया कंट्रोल टावर भवन बनाया है। वर्तमान में कंट्रोल टावर प्लेटफॉर्म नंबर एक पर जीआरपी थाने के समीप बना है। जहां से रेल यातायात को नियंत्रित किया जाता है। बढ़ते रेल यातायात को देखते हुए कई साल से नए कंट्रोल टावर की जरूरत थी, जिसको देखते हुए रेलवे ने नया कंट्रोल टावर बनाया है।
हालांकि, रेलवे अधिकारियों का कहना है कि नए टावर को शुरू करने के लिए नया सेटअप लगाया जाना है। नई मशीनें तथा सभी प्लेटफॉर्म की कनेक्टीविटी के अलावा सिग्नल व केबलिंग का काम भी किया जाना है। प्लेटफॉर्म नंबर सात एवं आठ को नागदा एंड की ओर से कनेक्ट करने के दौरान ही नया कंट्रोल टावर भी शिफ्ट किया जाएगा।