MP News: Chhath festival celebrated in Madhya Pradesh

भोपाल के घाट में उमड़ी भीड़।
– फोटो : Amar Ujala Digital

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छठी मैया का पर्व छठ पूजा देशभर के साथ राजधानी भोपाल में भी पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। इसके लिए झीलों की नगरी में सभी तालाबों के घाटों पर विशेष व्यवस्था की गई थी। पूर्वांचल समाज ने भी इसके लिए खास तैयारियां की थीं। छठ पर्व की शुरुआत 17 नवंबर से हो चुकी है। 20 नवंबर को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ पूजा संपन्न होगी। छठ पूजा के चलते बस ट्रेनों में खासी भीड़ देखी गई। रेल विभाग ने भी यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए स्पेशल ट्रेन चलाई थीं। इसके साथ कई अन्य ट्रेनों के फेरे भी बढ़ाए गए थे।

इतने राज्यों के लोग शामिल 

छठ के शुभ अवसर पर पूर्वांचल वासी, जिसमें बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड के नागरिक भारी संख्या में शीतल दास की बगिया खतलापुरा पांच नंबर अवधपुरी छोटा तालाब सहित लगभग 100 से ज्यादा स्थानों पर छोटे-बड़े भोजपुरी समाज द्वारा छठ पूजा का आयोजन किया गया। इसमें हजारों की संख्या में प्रत्येक घाट पर पूर्वांचलवासियों ने उपस्थित होकर छठ पूजा की। भारत के सुख समृद्धि के भगवान से प्रार्थना की। इस मौके पर भोजपुरी समाज के संरक्षक से रविंद्र यति प्रेम नारायण गिरी राजेश्वर सिंह अंजनी सिंह संतोष परिहार सहित समाज के विभिन्न लोग मोजूद रहे।

वहीं, इंदौर में भी हजारों महिलाओं ने की छठ पूजा में डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया। इंदौर के पीपल्यहाना तालाब में हजारों महिलाओं ने छठ पूजा की।

व्रती महिलाओं ने घाट पर की पूजा

वहीं, मध्यप्रदेश के खंडवा सहित देशभर में रविवार को छठ पर्व मनाया गया। खंडवा के गणगौर घाट पर देर शाम छठ के तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के लिए बड़ी संख्या में व्रती महिलाएं परिवार संग इकट्ठा हुई, जिसके बाद उन्होंने घाट पर नदी के किनारे डूबते हुए सूर्य को अर्ध्य दिया। खास बात यह रही के शहर की आबना नदी के किनारे बने गणगौर घाट पर छठ पर्व को मनाने के लिए मिट्टी सहित बड़े निम्बू भी बिहार से बुलवाये गए थे। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में प्रमुखता से चार दिन तक मनाये जाने वाले इस पर्व की शुरुआत इस बार 17 नवंबर से हुई थी, जिसके बाद रविवार को इस पर्व के तीसरे दिन महिलाओं के द्वारा सूर्य को अर्ध्य दिया वहीं सोमवार की सुबह उगते हुए सूर्य को गंगा जल अर्पित कर इस पर्व का समापन किया जाएगा। 

उमरिया में उमड़ी भीड़

उमरिया में छठ के प्रथम दिन महिलाओं ने सूर्यास्त के पूर्व भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा पाठ के साथ व्रत की शुभारम्भ किया। वहीं, इस दौरान बांस के बर्तन में फल सब्जी सहित अन्य नैवेद्य छठ माता व भगवान सूर्य देव को भोग स्वरूप अर्पित किए गए। इस दिन भगवान सूर्य को स्नान कर जलाशयों से अर्घ्य दिया जाता है। वहीं, अब उसके उपरांत विशेष पूजा-अर्चना की जाती है, जिससे परिवार को दीर्घायु खुशहाली प्राप्ति होती है। 



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