
इस विमान से भेजेे उपकरण।
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उत्तराखंड की सुरंग में फंसे 40 श्रमिकों को बचाने के लिए इंदौर भी आगे आया है। इंदौर की एक कंपनी के पास हाॅरिजाॅन्टल बोरिंंग मशीन है, जिससे एक मीटर चौड़ाई तक बोरिंंग किया जाता है। उस मशीन लेने के लिए वायुसेना का विमान इंदौर पहुंचा था। मशीन को विमान के जरिए देहरादून पहुंचाया गया। अब वहां से वाहनों से मशीन 100 किलोमीटर का सफर तय कर सिलक्यारा पहुंचेगी। इस मशीन के अलावा 15 टन वजनी उपकरण भी भेजे गए है।
इंदौर की सीजेपीएल कंपनी के मशीन होने की जानकारी उत्तराखंड सरकार को मिली थी। इस कंपनी का दफ्तर इंदौर सिमरोल रोड पर है। इसके बाद कंपनी से अफसरों से संपर्क किया। कंपनी भी मशीन देने के लिए राजी हो गई। मशीन को लेने के लिए वायुसेना का सी-17 विमान इंदौर पहुंचा था। पहले वायुसेना के इस तरह के विमान आक्सीजन टैंकर भेजने भी इंदौर आ चुके है।
इस तरह की मशीन देश में दिल्ली और इंदौर में ही है। दिल्ली की मशीन पहले ही मौके पर भेज दी गई थी, लेकिन उसका उपकरण टूटने के कारण उसने काम बंद कर दिया। इसके बाद दूसरी मशीन को घटनास्थल पर पहुंचने की कवायद की गई। इस बार मशीन के साथ उपकरण भी भेजे गए है, ताकि खराब होने की स्थिति में वहां पर ही मशीन के उपकरण बदले जा सके।
सुरंग में फंसे श्रमिकों को एक पाइप के माध्यम से पानी, खाना और आक्सीजन पहुंचाई जा रही है, लेकिन उन्हें अभी तक निकाला नहीं जा सका। इंदौर से भेजी गई मशीन का वजन 14 टन है,जबकि उसके उपकरण का वजन 15 टन है। इंदौर से भेजी गई मशीन के जरिए सुरंग में श्रमिकों को निकालने के लिए नया रास्ता तैयार किया जाएगा और 900 मिलीमीटर व्यास वाे पाइप इस मशीन के माध्यम से सुरंग के भीतर लगाए जाएंगे।