
स्ट्रांग रूम में सील लगाते अधिकारी।
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मतदान के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन जमा करने का काम पूरी रात चला रहा और वोटिंग मशीन, जहां रखी है उन स्ट्रांग रूम को सील करने में सुबह हो गई। वहीं, स्क्रूटनी का काम तो अभी भी अधिकारी कर ही रहे हैं, जो दोपहर तक चलेगा।
जिले का मतदान वैसे तो कल 6 बजे निपट गया था, लेकिन उसके बाद मतदान अधिकारियों मतदान की संख्या एवं पत्र देने में रात 9 बज गए। इसके बाद इंजीनियरिंग कॉलेज में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन जमा करने के लिए दल पहुंचना शुरू हो गए। जिस प्रकार से हर टेबल पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन वितरण की गई थी। उसी प्रकार हर टेबल से ही इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन एवं अन्य सामग्री जमा कराई गई।
सबसे पहले उज्जैन उत्तर की इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन जमा हुई, क्योंकि यह शहर का सबसे पास वाला इलाका है। रात 3:30 बजे तक सभी दलों से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन जमा कर ली गई थी।
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन जमा करने के बाद सभी मशीनों को विधानसभा वार स्ट्रांग रूम में रखवाने का काम शुरू हुआ। सबसे पहले उज्जैन उत्तर का स्ट्रांग रूम सील हुआ और सबसे आखिरी में आज सुबह तराना विधानसभा का स्ट्रांग रूम सील किया गया।
स्ट्रांग रूम सील करने के बाद रिटर्निंग ऑफिसर और उनकी टीम तथा निर्वाचन कार्यालय की टीम ने स्क्रूटनी का काम शुरू कर दिया है। उप जिला जिला निर्वाचन अधिकारी महेंद्र सिंह कवचे ने बताया दोपहर एक बजे तक स्क्रूटनी का काम चलेगा। सभी विधानसभाओं के स्ट्रांग रूम में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन सभी दलों के प्रतिनिधियों के सामने अंदर रखी गई और स्ट्रांग रूम पर सील लगाई गई तथा वहां पुलिस सुरक्षा और गार्ड भी लगाए गए हैं। अब सील तीन दिसंबर को मतगणना के दिन ही खोली जाएगी। कब तक कड़ी सुरक्षा के बीच इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन रहेगी।