
प्रियंका के हमले का सिंधिया ने जवाब दिया
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मध्यप्रदेश के चुनाव प्रचार के आखिरी समय में आरोप-प्रत्यारोप हावी रहे। दतिया की एक सभा में प्रियंका गांधी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा था। अब सिंधिया ने प्रियंका पर पलटवार करते हुए हमला बोला है। सिंधिया ने प्रियंका को पार्ट टाइम नेत्री बताते हुए आईने में झांक लेने की सलाह दी है।
क्या कहा सिंधिया ने
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स (ट्विटर) पर अपनी बात रखी। उन्होंने कई पॉइंट में जवाब दिया है। उन्होंने लिखा कि प्रियंका गांधी जी पार्ट-टाइम नेत्री हैं तो इन दो परंपराओं के फर्क को समझने की उनमें क्षमता हो, इसकी आशा मैं नहीं करता – किस परिवार के सपूतों ने अफगानों से लेकर मुगलों और अंग्रेजों तक से भारत माता की रक्षा के लिए अपनी जान की क़ुर्बानी दी थी, और किसने चीन से भारत की रक्षा करना तो दूर, उन्हें भारतीय जमीन ही भेंट के रूप में दे दी थी? किस परिवार की दूसरी पीढ़ी ने सत्ता के लोभ में इमरजेंसी लगाई थी? और आज भी किस परिवार की वर्तमान पीढ़ी स्वयं विदेशी मंचों पर जाकर देश को बदनाम कर रही है?
सिंधिया ने लिखा कि काबिलियत को कद से तोलने वाले अहंकार का पाठ पढ़ाने से पहले, कृपया स्वयं आईने में झांक लें। भ्रष्टाचारियों और वादाखिलाफियों के शासन को बार-बार सिंधिया परिवार ने बदला है, और पुनः आपका सूपड़ा साफ मध्यप्रदेश से जनता करने जा रही है। अपने भाषण के दौरान ग्वालियर चंबल को “ग्वालियर चंबा” कहने वालीं प्रियंका गांधी जी को मेरे परिवार पर आक्रमण करने के लिए भी एक पर्चे पर लिखी लाइनों की आवश्यकता पड़ी। उनकी सोच और ग्वालियर चंबल को लेकर समझ कितनी है, इसका अंदाज़ा भी लग गया। ग्वालियर-चंबल की मेरी जनता से अनुरोध है कि इस अपमान और निम्न स्तर के भाषण का उत्तर ज़रूर 17 नवंबर को अपना मतदान करके दें, और कांग्रेस पार्टी को सबक़ सिखाएं।
क्या कहा था प्रियंका ने
ये भी जान लें कि दतिया की सभा में कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी ने क्या कहा था। प्रियंका गांधी ने कहा कि सिंधिया ने अपने परिवार की परंपरा अच्छे से निभाई है। इन्होंने ग्वालियर-चंबल के लोगों से विश्वासघात किया है। आपकी चुनी हुई सरकार को गिराकर आपको धोखा दिया है। आपकी पीठ में छुरा घोंपा। पीएम मोदी ने दुनियाभर के कायरों और गद्दारों को इकट्ठा कर अपनी पार्टी भाजपा में शामिल कर लिया। हमारे सिंधिया जी कद में थोड़े छोटे पड़ गए, लेकिन अहंकार में वाह भई वाह। हम यूपी में काम कर रहे थे, कार्यकर्ताओं को उन्हें महाराज-महाराज कहना पड़ता था। सिंधिया ने अपने परिवार की परंपरा अच्छे से निभाई है। आपकी चुनी हुई सरकार गिरा दी।