
मुठभेड़ में घायल आरोपी
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उरई में फर्जी दरोगा बनकर लोगों के साथ लूटपाट करने वाले फर्जी दरोगा को कोतवाली पुलिस ने एसओजी और सर्विलांस टीम के साथ मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। घायल हो जाने पर उसे जिला अस्पताल से कानपुर के हैलेट के लिए रेफर कर दिया था, जहां उसका इलाज कर रहा था।
सोमवार की दोपहर वह ड्यूटी पर तैनात दो पुलिसकर्मियों को चकमा देकर भाग गया। जैसे ही इसकी जानकारी पुलिसकर्मियों को लगी, तो हड़कंप मच गया। एसपी ने दोनों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है। पुलिस ने 10 नवंबर को फर्जी दरोगा बनकर लूटपाट करने वाले जितेंद्र परिहार को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने घायल बदमाश को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां से उसे कानपुर के हैलट अस्पताल के लिए रेफर कर दिया था, जहां उसका इलाज चल रहा था। उसकी निगरानी के लिए दो सिपाहियों को लगाया गया था। सोमवार की दोपहर वह ड्यूटी पर तैनात सिपाही तेज सिंह व दीपेंद्र को चकमा देकर भाग गया।