
Diwali 2023
– फोटो : अमर उजाला
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राजधानी लखनऊ में दीपावली धूमधाम से मनाई जा रही है। शाम के स्थिर वृष लग्न से ही घरों-दुकानों-प्रतिष्ठानों में पूजन शुरू हो गया। गणेश लक्ष्मी का पूजन करने के साथ ही बहीखाता व बसना का पूजन किया गया।
पूजन खत्म होते ही छूटे पटाखे यूं तो बच्चे सुबह से ही पटाखे छुड़ा रहे थे, लेकिन शाम को पूजा खत्म होने के बाद तो धूम-धड़ाके की आवाजें तेज हो गईं, साथ ही आतिशबाजी की रोशनी से आकाश जगमगा उठा।
बही खाता व बसना का पूजन
कप्यूटर और सीए के दौर में भी बहीखाते की पूजा और बसना पूजन की परंपरा को निभाया जा रहा है। प्रतिष्ठानों में गणेश लक्ष्मी की पूजा के बाद खजाने में बसना को बदला गया, जबकि बही खाते की लाल किताब का पूजन किया गया। कारोबारी रामकुमार वर्मा कहते हैं कि इसका अब इस्तेमाल नहीं होता, लेकिन पूजन तो पूजन है।
सर्वर के कारण ट्रेडिंग कारोबार प्रभावित
लखनऊ में जैसे ही सवा छह बजे शेयर बाजार में ट्रेडिंग शुरू हुई, वैसे ही सर्वर दिक्कत करने लगा। 700 से 800 करोड़ की खरीदारी, ट्रेडिंग व निवेश की उम्मीद थी, लेकिन 450 से 500 करोड़ के बीच ही कारोबार सिमट कर रह गया। हालांकि निवेश के लिहाज से लोगों मुहूर्त का फायदा उठाया और जिसकी जितनी जेब रही, उतना निवेश किय़ा। बैंकिंग व आटोमोबाइल सेक्टर में अच्छा पैसा लगाया गया है।