
बीएचयू आईआईटी में हुई घटना को लेकर आठवें दिन आईआईटी छात्रों ने निकाला मार्च
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सात दिन बाद भी पुलिस अपराधियों को पहचान नहीं पाई है। पुलिस का कहना है कि अंधेरा इतना था की सीसीटीवी में भी पहचानना मुश्किल हो रहा है। इस मामले में अधिकारियों के पास एक ही जवाब है कि टीमें लगी हैं और हम जल्द आरोपियों को पकड़ लेंगे। पुलिस सूत्रों के अनुसार सीसी कैमरे की फुटेज से चिह्नित संदिग्धों में ही पुलिस आरोपियों को तलाशने में जुटी है। पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन भी कह रहे हैं कि, हमारी टीमें काम कर रही हैं और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी हो जाएगी।
आईटीयंस छह दिन बाद फिर धरने पर बैठे, एसआईटी जांच की मांग
आईआईटी बीएचयू की छात्रा से सात दिन पहले हुई घटना में लचर पुलिसिंग के विरोध में बुधवार को छात्र-छात्राओं ने दोबारा धरना शुरू कर दिया है। सात दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से गुस्साए स्टूडेंट्स ने निदेशक कार्यालय के सामने सड़क पर पढ़ाई कर विरोध दर्ज कराया। स्टूडेंट्स पार्लियामेंट की ओर से पूरे मामले की जांच एसआईटी गठित कर कराने की मांग रखी गई है।
स्टूडेंट्स पार्लियामेंट के आह्वान पर बुधवार सुबह 10 बजे आईआईटी डायरेक्टर कार्यालय पर धरना शुरू हुआ। दोपहर बाद हजारों की संख्या में छात्र-छात्राओं ने परिसर में ही तीन किलोमीटर तक का भ्रमण कर जस्टिस रैली निकाली। स्टूडेंट्स हैदराबाद गेट और विश्वेश्वरैया चौराहे से होते हुए निदेशक कार्यालय पर पहुंचे और धरना शुरू कर दिया। धरने पर बैठे छात्रों ने पीड़ित छात्रा को न्याय दिलाने और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। आईआईटी बीएचयू में एक नवंबर को देर रात दोस्त के साथ टहलने निकली छात्रा के साथ दोपहिया वाहन से आए तीन युवकों ने घिनौनी हरकत की थी।
दोपहर बाद अचानक बढ़ी भीड़
सुबह 10 बजे निदेशक कार्यालय के सामने धरने की शुरुआत हुई तो 300-400 छात्र-छात्राएं मौजूद थे। मगर, दोपहर दो बजे क बाद अचानक संख्या तेजी से बढ़ने लगी और चार बजे तक यह संख्या छह हजार तक पहुंच गई। इसके बाद धरना स्थल से जस्टिस रैली निकाली गई।