
निर्वाचन आयोग तक पहुंची शिकायत
– फोटो : सोशल मीडिया
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विधानसभा चुनाव के मतदान से एक दिन पहले मात्र 51 रुपये में मुस्लिम मतदाताओं को अजमेर भेजने का मामला उस वक्त गरमा गया, जब सोशल मीडिया पर यह पोस्ट वायरल हुई। कांग्रेस ने इसे मतदान से मुस्लिम वोटरों को दूर रखने का षडयंत्र बताते हुए मुख्य निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई। जांच के आदेश होते ही इस अजमेर यात्रा को निरस्त कर दिया गया।
17 नवम्बर 2023 को म.प्र. की 230 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है। सभी सीटों पर कांग्रेस-भाजपा में सीधा मुकाबला दिखाई दे रहा है। इस बीच उज्जैन में सोशल मीडिया पर मतदान से एक दिन पहले चलो अजमेर….चलो अजमेर ….51 रुपये में दो दिन की यात्रा की पोस्ट से मामला गरमा गया। मुस्लिम समाज को मतदान से दूर रखने का आरोप लगाते हुए उत्तर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी माया त्रिवेदी के पति राजेश त्रिवेदी ने मतदान के एक दिन पहले और दो दिन के लिए आयोजित की जा रही इस यात्रा को भाजपा का षडयंत्र बताते हुए अपने अधिवक्ता धर्मेन्द्र शर्मा के माध्यम से मुख्य निर्वाचन आयोग को शिकायत दर्ज कराई। वहीं रिटर्निंग ऑफिसर, पुलिस अधीक्षक के साथ महाकाल थाना पुलिस को भी शिकायत दर्ज कराने की प्रतिलिपि भेजी गई। मतदान से एक दिन पहले अजमेर शरीफ यात्रा को लेकर निर्वाचन आयोग ने मामले की जांच तहसीलदार को सौंपते हुए यात्रा की अपील करने वाले स्पष्टीकरण प्राप्त कर ब्यौरा लेने के निर्देश जारी किये। जिसके बाद यात्रा को स्थगति कर दिया गया।
कई लोगों ने करवा लिया था रजिस्ट्रेशन
उज्जैन उत्तर विधानसभा क्षेत्र में 18 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम मतदाता है, सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल होने के बाद कई लोगों ने रजिस्ट्रेशन भी कर लिया गया था। यह यात्रा 16 नवम्बर की सुबह अजमेर रवाना होने वाली थी, जो की 17 को पहुंचने के बाद 18 को वापस लौटना थी। लेकिन मुख्य निर्वाचन आयोग को शिकायत के बाद अब यह यात्रा स्थगित हो गई है।
मंजूर दाऊद ने वायरल की थी पोस्ट
बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर 51 रुपये में अजमेर यात्रा की पोस्ट मंजूर दाऊद मित्र मंडली की ओर से वायरल की गई थी। निर्वाचन आयोग को शिकायत होने के बाद मंजूर ने मतदान से पहले मुस्लिम वोटरों को मतदान से दूर रखने के आरोपों पर कहा कि मैं और मेरे परिवार के 40 सदस्य पिछले कई वर्षों से दीपावली की छुट्टियों में अजमेर शरीफ जा रहे है। सोशल मीडिया पर इसलिये पोस्ट डाली गई कि जो भी हमारे साथ जाना चाहे वो जा सकता है। इसे राजनीति से जोड़ना गलत है। लेकिन अब यात्रा स्थगित कर दी गई है।
यात्रा का उद्देश्य ठीक तो चुनाव बाद भी होना चाहिए यह यात्रा
इस यात्रा को लेकर मंजूर दाऊद अभी भले ही यह कह रहे हो कि मैं प्रतिवर्ष अजमेर शरीफ जाता ही हूं और यात्रा के पीछे मेरा उद्देश्य सिर्फ कम कीमत में लोगों को अपने साथ ले जाने का था, तो यह यात्रा चुनाव के बाद भी निकाली जा सकती है। जिसमें अब वे लोग भी शामिल हो सकते हैं जो कि अभी चुनाव के कार्यों में व्यस्त थे। चुनाव के बाद तो इस यात्रा में शामिल होने वाले और धर्मलाभ कमाने वाले लोगों की संख्या काफी बढ़ जाएगी।