
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
मध्य प्रदेश विधानसभा में आरोप प्रत्यारोप तेज होते जा रहे है। कांग्रेस के आरोप पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने पलटवार करते हुए कहा कि नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे को ढाल बनाकर कांग्रेस अब ओछी राजनीति करना चाहती है। पटेल ने कहा कि नरेंद्र सिंह तोमर चार दशक से साफ-सुथरी राजनीति के लिए देश भर में सम्मान के साथ जाने जाते हैं। उनके बेटे को ढाल बनाकर कांग्रेस अब ओछी राजनीति करना चाहती है, लेकिन उससे कोई फायदा नहीं होगा। जिस वीडियो को कांग्रेस दिखा रही उसमें नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे का वीडियो सिर्फ दिख रहा। दूसरा कौन व्यक्ति है वह नजर नहीं आ रहा। उन्होंने कहा कि नरेंद्र सिंह तोमर ने खुद शिकायत कर जांच की मांग की है और प्रशासन से आग्रह किया है कि जब तक सत्यता सामने नहीं आ जाती तब तक इस वीडियो को डीलिट किया जाए। प्रह्लाद पटेल ने कहा कि मैं और हमारी पार्टी भाजपा कांग्रेस की इस छोटी हरकत की घोर निंदा करती है।
कमलनाथ पर भ्रष्टाचार के आरोप सही लगाए
पटेल ने कहा कि उन्होंने खुद कमलनाथ पर भ्रष्टाचार का आरोप लगया। उन्होंने कहा कि हमारे आरोपों का आज तक कमलनाथ जी ने जवाब नहीं दिया। 100 करोड़ का कृषि यंत्र खरीदी घोटाला, इनकम टैक्स के छापे में 281 करोड़ जो बरामदगी हुई थी। 1350 करोड़ से ज्यादा का टैक्स चोरी का मामला। किसान कर्ज माफी के नाम पर 2000 करोड रुपए का घोटाला। सिंचाई परियोजनाओं में लगभग 877 करोड रुपए का घोटाला हुआ. 63 करोड़ का मोबाइल घोटाले पर कांग्रेस आज तक कोई जवाब नहीं दे पाई। इसके अलावा 4100 करोड रुपए का सिंचाई कॉम्प्लेक्स घोटाला ,जिसमें उन्हें 500 करोड रुपए एडवांस दिए थे। आगस्ता वैस्टलेंड हेलिकॉप्टर घोटाला 7600 करोड़ और 700 करोड़ की दलाली में उनके भतीजे का नाम सामने आया था। 165 दिन में अफसरों के ट्रांसफर में घोटाला सामने आए, इसके अलावा कई और घोटाले 15 महीने की कमलनाथ सरकार में हुए, लेकिन कमलनाथ के पास आज तक कोई जवाब नहीं है। कांग्रेस ने इन सब पर चुप्पी साध रखी है।
छत्तीसगढ़ के घोटाले से ध्यान हटाना चाहती है कांग्रेस
पटेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जो महादेव ऐप घोटाला सामने आया है। कांग्रेस उससे सबका ध्यान हटाना चाहती है। वहां 508 करोड़ का घोटाले में सीएम तक का नाम सामने आ रहा। गोबर और शराब घोटाला किसी से छिपा हुआ नहीं है,लेकिन कांग्रेस कोई बात नहीं करना चाहती। इसी तरह राजस्थान में लाल डायरी का मामला सबके सामने है। कांग्रेस में वसूली होती रही है यह उनका इतिहास है। जब उनका शीर्ष नेतृत्व जमानत पर हो तो कांग्रेस को इस तरह के झूठे आरोप नहीं लगाना चाहिए। लोकतंत्र और मध्यप्रदेश की स्वच्छतापूर्ण राजनीति के लिए कांग्रेस को इस तरह की छोटी हरकतों को नहीं करना चाहिए।