Mahadev App: Union Minister Chandrashekhar rejected Congress claim, said- no letter demanding ban was received

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कांग्रेस के दावे को खारिज कर दिया है।
– फोटो : सोशल मीडिया



विस्तार


महादेव सट्टेबाजी एप मामले में वायरल वीडियो को लेकर छत्तीसगढ़ की सियासत में गर्माहट बनी हुई है। अब केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने महादेव एप को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कांग्रेस के उस दावे को खारिज कर दिया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महीनों पहले विवादों में आए महादेव एप पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठाई थी, लेकिन केंद्र कार्रवाई करने में विफल रहा।

चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस यह दावा करते हुए एक नई कहानी बना रही है कि उसने दो महीने पहले ही इस खुलासे के बाद केंद्र को पत्र लिखा था कि इस ऐप को चलाने वालों ने 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। कांग्रेस पर पलटवार करते हुए, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने आरोप लगाया कि बघेल सरकार ने जानबूझकर जांच को डेढ़ साल तक बढ़ाया, क्योंकि वे सट्टेबाजी ऐप से 508 करोड़ रुपये निकालना चाहते थे। 

बता दें कि केंद्र ने रविवार को प्रवर्तन निदेशालय के अनुरोध पर महादेव एप और रेड्डीअन्नाप्रिस्टोप्रो के साथ-साथ 20 अन्य अवैध सट्टेबाजी प्लेटफार्मों के खिलाफ अवरुद्ध आदेश जारी किए हैं। 

इधर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि ED कई महीनों से महादेव एप मामले की जांच कर रहा है, लेकिन यह चौंकाता है कि इसे प्रतिबंधित करने में इतना समय लग गया। रमेश ने आरोप लगाया कि महादेव एप पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी सबसे पहले 24 अगस्त, 2023 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उठाई थी। उनकी प्रशंसा करने के बजाय, प्रधानमंत्री ने उनके खिलाफ ईडी को तैनात कर दिया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री इस तथ्य के बारे में “स्पष्ट रूप से झूठ बोल रहे हैं” कि छत्तीसगढ़ सरकार ने महादेव एप पर प्रतिबंध लगाने की मांग नहीं की थी।

चंद्रशेखर ने भोपाल में न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि उन्होंने (छत्तीसगढ़ सरकार) डेढ़ साल पहले सट्टेबाजी एप की जांच की थी। यह छह मिनट की समस्या है कि क्या यह अवैध एप है या वास्तविक है। उन्होंने कहा कि उन्होंने जांच को 18 महीने तक क्यों खींचा? पहले मुझे यह बताएं। अगर उन्होंने लिखा है, तो किसे लिखा, किस पते पर लिखा? क्या उन्होंने राहुल गांधी को लिखा है? या सोनिया गांधी को? हमें कोई पत्र नहीं मिला।  उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार और राज्य पुलिस को पता है कि अधिसूचना किसे भेजी जानी है। चंद्रशेखर ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने कुछ नहीं किया है और उन्होंने जानबूझकर जांच में डेढ़ साल की देरी की क्योंकि वे एप से 508 करोड़ रुपये निकालना चाहते थे और उन्हें पैसा मिल गया है। 

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सट्टेबाजी एप का मतलब अवैध और आपराधिक उद्यम है। यह चौंकाने वाली बात है कि कांग्रेस अपने परिवार, राजनीति या किसी और के लिए ऐसे अवैध और आपराधिक उद्यम से धन प्राप्त कर रही है। यह चिंता का विषय है। स्तर इतना नीचे आ गया है कि वे अपनी राजनीति के लिए धन प्राप्त करेंगे और उगाही करेंगे। एक दिन पहले ही बीजेपी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और सीएम बघेल से सट्टेबाजी ऐप मामले में पैसे के लेन-देन से उनके कथित संबंधों को स्पष्ट करने को कहा था। 

आखिर महादेव बेटिंग एप क्या है?

महादेव बेटिंग एप ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए बनाया एप है। यह यूजर्स के लिए पोकर, कार्ड गेम्स, चांस गेम्स नाम से लाइव गेम खेलने के लिए मंच है। इसके साथ ही एप के जरिए क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल जैसे खेलों और चुनावों में अवैध सट्टेबाजी भी की जाती थी। 



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *