Alami Tablighi Ijtima: Jamaats are reaching during elections, religious gathering will be held in the new gove

इज्तिमा से लौटते लोग
– फोटो : अमर उजाला



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दिसंबर माह में होने वाले आलमी तब्लीगी इज्तिमा की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। ईंटखेडी स्थित इज्तिमागाह पर हर रोज बड़ी तादाद में पहुंचकर लोग श्रमदान कर रहे और तैयारियों को पूरा करने में मदद कर रहे हैं। इधर शहर की विभिन्न मस्जिदों में अलग-अलग प्रदेशों की जमातों का आना शुरू हो गया है। जो फिलहाल स्थानीय मुलाकातों और इज्तिमा की दावत देने में जुटी हैं। इज्तिमा का आयोजन 8 दिसंबर से शुरू होकर 11 दिसंबर को दुआ-ए-खास के साथ पूरा होगा। इस बार देशभर की जमातों के यहां पहुंचते की उम्मीद है। पिछले साल सुरक्षा और अहतियाती कारणों के चलते इज्तिमा आयोजन को संक्षिप्त करते हुए इसे प्रदेशस्तर तक ही समेट दिया गया था।

8 दिसंबर से शुरू होने वाले आलमी तब्लीगी इज्तिमा की तैयारियों का दौर शुरू हो गया है। रविवार को यहां बड़ी तादाद में पहुंचकर लोगों ने श्रमदान कर व्यवस्थाओं को अंजाम दिया। शुरूआती तौर पर यहां करीब 25 एकड़ जगह में पांडाल लगाया जा रहा है। इसके बाद आने वाले जमातियों की तादाद के लिहाज से इसको बढ़ाया जाएगा। आलमी तब्लीगी इज्तिमा के प्रवक्ता अतीक उल इस्लाम ने बताया कि जमातियों की सुविधा के लिए इज्तिमागाह पर करीब 350 स्थायी टॉयलेट बना दिए गए हैं। साथ ही जरूरत के मुताबिक इतने ही अस्थायी टॉयलेट यहां और बनाए जाएंगे। इसके अलावा चल रही तैयारियों में वुजुखाने और बॉथरूम के लिए पाईप लाइन बिछाने का काम भी यहां किया जा रहा है। जमीन के समतलीकरण के काम को पूरा कर लिया गया है। 

क्लीन और ग्रीन इज्तिमा

अतीक उल इस्लाम ने बताया कि पिछले सालों की तर्ज पर इस बार भी इज्तिमागाह को क्लीन और ग्रीन रखा जाएगा। इसके लिए इस परिसर में पॉलीथिन और तंबाकू उत्पादों के उपयोग पर पाबंदी रहेगी। उन्होंने बताया कि पिछले साल की तरह इस बार भी नॉनवेज मुक्त व्यवस्था रखने के बारे में फिलहाल विचार किया जा रहा है। मरकज से होने वाले फैसले के आधार पर इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा।

फुल स्ट्रेंथ पर होगा इज्तिमा

पिछले साल सुरक्षा और सुविधाओं के लिहाज से इज्तिमा में जमातियों की तादाद को सीमित कर दिया गया था। जिसके चलते इसमें महज मप्र और आसपास के प्रदेशों के लोगों ने ही इसमें शिरकत की थी। अतीक उल इस्लाम ने बताया कि इस बार हालात सामान्य हैं, जिसके चलते देशभर के प्रदेशों और विदेशो की जमातों को भी इज्तिमा में शामिल किया जाएगा। गौरतलब है कि पिछले सालों में इस आलमी तब्लीगी इज्तिमा में 8 से 10 लाख तक जमातियों की शिरकत रही है। उम्मीद की जा रही है कि इस साल इस तादाद में और बढ़ोतरी होगी।

सिकुड़ती जा रही इज्तिमागाह

ईंटखेडी, गोलखेडी, इस्लाम नगर और आसपास के इलाकों में तेजी से हो रहे निर्माण ने इज्तिमागाह की जगह को सिकुड़ दिया है। ऐन इज्तिगाह के आसपास ही बड़ी तादाद में पक्के निर्माण और कई कालोनियों के लिए प्लाटिंग का काम हो रहा है। इस स्थिति के चलते इज्तिमागाह के लिए जरूरत की जगह कम पड़ती दिखाई देने लगी है। 

नई सरकार की होगी आमद 

8 दिसंबर से शुरू होने वाले आलमी तब्लीगी इज्तिमा के आयोजन के समय प्रदेश में नई सरकार की आमद हो चुकी होगी। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि दुनियाभर से आने वाले बड़े उलेमाओं की दुआएं लेने के लिए नए सीएम और प्रदेश के नए मंत्री यहां पहुंचेंगे। गौरतलब है कि पिछले इज्तिमा आयोजनों के दौरान खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान और अन्य मंत्री, विधायक एवं नेता भी बुजुर्गों का आशीर्वाद लेने के लिए इज्तिमागाह पहुंचते रहे हैं। हालांकि यह मुलाकात मंच से हटकर उलेमाओं की आरामगाह में होती रही है। 



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