This painting narrating the incident of IIT-BHU is special, tears falling from the eyes of Mahamana

बीएचयू के छात्र द्वौरा बनाया गया चित्र
– फोटो : अमर उजाला



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बीएचयू के आर्ट डिपार्टमेंट के आशीष कुमार ने आईआईटी में हुई घटना पर एक पेंटिंग बनाई है। सात घंटे में तैयार हुई इस पेंटिंग में उस घटना का दृश्य है। इस पेंटिंग में बीएचयू के संस्थापक महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की आंखों में आंसू हैं।

कैंपस में डिस्प्ले होंगे हेल्पलाइन नंबर, क्यूआरटी और पीआरवी भी रहेगी तैनात

आईआईटी बीएचयू कैंपस में सुरक्षा घेरा और मजबूत होगा। परिसर में नाइट पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी। सभी ड्यूटी प्वाइंट्स पर हर दो घंटे निगरानी की जाएगी। कैंपस में पिंक पुलिस बूथ भी बनेगा। इसमें महिला पुलिसकर्मी की तैनाती की जाएगी। परिसर में जगह-जगह बीएचयू कंट्रोल रूम, आईआईटी बीएचयू कंट्रोल रूम, पुलिस प्रशासन सहित अन्य हेल्पलाइन नंबर डिस्प्ले किए जाएंगे। क्यूआरटी व पीआरवी की भी तैनाती परिसर में की जाएगी। ये फैसला शुक्रवार को बीएचयू व आईआईटी बीएचयू के प्रॉक्टोरियल बोर्ड और पुलिस प्रशासन की संयुक्त बैठक में लिया गया।

न्यू टीएलसी बिल्डिंग में हुई बैठक में तय हुआ कि बीएचयू और आईआईटी बीएचयू सुरक्षा के मुद्दे पर एक साथ काम करेंगे। आईआईटी के महत्वपूर्ण बैरियर प्वाइंट्स और इंट्री प्वाइंट, मुख्य तिराहों, चौराहों पर संस्थान के सुरक्षाकर्मी और पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे, जो मौजूद प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षाकर्मियों का सहयोग करेंगे। आईआईटी बीएचयू के तीन और बीएचयू के नाइट पेट्रोलिंग पार्टी के साथ चेकिंग रजिस्टर रखे जाएंगे। सभी ड्यूटी प्वाइंट्स पर हर दो घंटे इसकी निगरानी भी की जाएगी। बैठक में पुलिस प्रशासन की तरफ से अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था एस चनप्पा, डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम, एसीपी भेलुपूर प्रवीण सिंह के साथ ही आईआईटी के चीफ प्रॉक्टर प्रो. सुनील मोहन, बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर प्रो. एसपी सिंह समेत प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य व सुरक्षाधिकारी मौजूद रहे।

ये होगी सुरक्षा…

– आईआईटी बीएचयू और बीएचयू के प्रॉक्टोरियल बोर्ड पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर काम करेगा। इसी के तहत छात्रों की शिकायतों का पंजीकरण और निस्तारण किया जाएगा। आवश्यकता पड़ने पर आईआईटी के छात्रों को कानूनी सलाह भी प्रदान की जाएगी।

– संस्थान में जिन जगहों पर कैमरे नहीं लगे थे, वहां सर्वे का काम शुरू हो गया है। 72 घंटों में प्रस्ताव तैयार कराकर कार्रवाई पूरी करते हुए कैमरे लगवाए जाएंगे।

– परिसर स्थित सेमीसर्किल 6 (हैलीपैड से एग्रीकल्चर रोड) और आस-पास के क्षेत्र में अंधेरे वाले हिस्सों में प्रकाश की व्यवस्था करने की प्रक्रिया तीन दिन में पूरी हो जाएगी।

– बीएचयू परिसर के सभी इंट्री प्वाइंट्स पर रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक बाहरी व्यक्तियों के वाहनों के नंबर नोट किए जाएंगे।

– तीन दिन के अंदर संस्थान की इंटरनल कंप्लेंट कमेटी को पुनर्गठित कर छात्रों को भी इसमें सदस्य बनाया जाएगा।



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