
यूपी राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ देवेंद्र शर्मा पत्रकार वार्ता में
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अलीगढ़ पहुंचे यूपी राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ देवेंद्र शर्मा के संज्ञान में अमर उजाला डिजिटल ने 11 वर्षीय किशोरी का मामला दिया। किशोरी के परिजन जेल में हैं और वह नारकीय जीवन जी रही है। आयोग अध्यक्ष ने तुरंत जिला प्रोबेशन अधिकारी को किशोरी के बारे में निर्देशित किया। किशोरी को उस जगह से निकालकर बाल संरक्षण गृह भिजवाने और उसके रहने, खाने और पढ़ाने के निर्देश जारी किए।
अतरौली की सामाजिक संस्था स्वराज समिति के सचिव सौरभ भारद्वाज ने अक्तूबर में अलीगढ़ कमिश्नर, डीएम, सीएमओ, जेल अधीक्षक समेत 10 अधिकारियों को एक मामला संज्ञान में लाने के लिए पत्र लिखे। पत्र में सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हत्या के मामले में 11 वर्षीय किशोरी के परिजन जेल में हैं। किशोरी थाना बन्नादेवी क्षेत्र में रह रही है, जो विकृत और बीमारी का शिकार होकर नशा आदि व्यसनों से ग्रस्त है। किशोरी आश्रयहीनता के कारण समुचित आवास, स्वास्थय, शिक्षा आदि सुविधाओं से वंचित है। संस्था ने किशोरी के स्वास्थय परीक्षण, उपचार, भोजन, आवास और शिक्षा की समुचित व्यवस्था कराने का आग्रह किया है।
मामले को यूपी राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ देवेंद्र शर्मा के संज्ञान में लाया गया। आयोग अध्यक्ष डॉ देवेंद्र शर्मा ने अमर उजाला को संज्ञान में लाने के लिए आभार जताया और जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश दिया कि किशोरी को बाल संरक्षण गृह भिजवाया जाए, ताकि उसे आवास, स्वास्थय, भोजन, शिक्षा आदि प्राप्त हो सके।
किशारी के पास कर्मियों को भेजा जाएगा। उसके परिजनों की जानकारी जुटाई जायेगी। किशोरी को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के समुचित लाभ भी दिलवाए जायेंगे। आयोग अध्यक्ष के निर्देशों का पालन किया जायेगा।– स्मिता सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी, अलीगढ़