
शिवपुरी में केपी सिंह ने पत्रकार वार्ता को संबोधित किया।
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शिवपुरी विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और पार्टी के दिग्गज नेता केपी सिंह पर्चा दाखिल करने के कई दिन बाद मीडिया से रूबरू हुए। ज्योतिरादित्य सिंधिया और यशोधरा राजे से जुड़े सवालों को उन्होंने टाल दिया। गोलमोल जवाब दिए। कोई भी टिप्पणी करने से बचते दिखे। मीडिया ने स्थानीय विधायक यशोधरा राजे के कार्यकाल पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि जो बीत गया मैं उस पर ध्यान नहीं देना चाहता हूं।
पार्टी के निर्देश पर चुनाव लड़ने आया हूं
पत्रकारों से चर्चा में कांग्रेस प्रत्याशी केपी सिंह ने कहा कि मैं पिछोर से शिवपुरी अपनी मर्जी से चुनाव लड़ने नहीं आया हूं। पार्टी का निर्णय था। पिछले 30 साल से पिछोर की जनता मुझे विजयी बनाती रही है। बड़ा ही प्यार दिया है। छोड़कर आने का सवाल ही नहीं उठता है। पार्टी का निर्णय स्वयं के निर्णय से बड़ा होता है। पिछोर की जनता मेरे दिल के करीब है और मैं उनके दिल में हूं। जब पत्रकारों ने पूछा कि ऐसी क्या वजह रही कि पिछोर छोड़कर शिवपुरी विधानसभा से चुनाव लड़ना पड़ा, तब उन्होंने कहा कि पार्टी का फैसला था। पार्टी वालों से पूछिए। कहीं यह बदलाव हार के डर से तो नहीं, इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। पार्टी ने यहां से चुनाव लड़ने को कहा इस वजह से यहां से चुनाव लड़ रहे हैं।
केपी सिंह दबंग छवि पर भी कुछ नहीं बोले
शिवपुरी विधानसभा चुनाव में भाजपा अपने प्रचार में केपी सिंह की छवि को दबंग नेता के रूप में प्रदर्शित कर रही है। इस सीट पर चल रहे प्रचार के दौरान भी भाजपा प्रत्याशी व उनके समर्थक यहां पर भय और आतंक माहौल पैदा न हो, ऐसी बातें कर रहे हैं। जब इस पर सवाल पूछा गया तो केपी सिंह ने कहा कि यह उनका (भाजपा का) काम है। मेरा काम है जनता के बीच जाकर अपनी बात को रखना। वह मैं रख रहा हूं।