
प्रेस वार्ता लेते महापौर।
– फोटो : अमर उजाला, इंदौर
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हिंदुत्व एक भाव है और यह हमारा इतिहास रहा है कि हिंदुओं ने कभी किसी देश पर आक्रमण नहीं किया। कभी नफरत फैलाने का काम नहीं किया। दुनिया में यदि शांति, भाईचारा, सौहार्द्र सत्यापित करने का काम और प्रयास हुआ तो वो हिंदुत्व के भाव से हुआ। यह बात महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इंदौर में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही। उन्होंने कहा कि MP Election में वोट के लिए कांग्रेस इस तरह की बातें कर रही है।
दुख इस बात का है कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व चाहे सोनिया गांधी हो, राहुल गांधी हो, कमलनाथ हो या फिर दिग्विजय सिंह। सब केवल जाती, धर्म के आधार पर चुनावी लाभ लेने के लिए नफरत फैलाने के लिए लोगों को बांटने का काम कर रहे हैं। जहां एक और कांग्रेस अपनी वर्किंग कमिटी में हमास पर हुए हमले की निंदा करती है और देश विरोधी काम करती है, वहीं इंदौर के राऊ विधानसभा के प्रत्याशी जीतू पटवारी नफरती हिंदू नहीं होने की बात करते हैं। मुझे एसा लगता है कि यह भारत की राजनीति में केवल और केवल चुनाव का लाभ लेने के उद्देश्य से दिया गया घोर आपत्तिजनक और निंदनीय बयान है। हिंदू हमेशा प्रेमी है, हर सुख दुख में हर वर्ग के साथ खड़ा है। हिंदू सिर्फ हिंदू है। केवल चुनाव का लाभ लेने के लिए जीतू पटवारी नफरती हिंदू की नई संज्ञा लेकर आए हैं। ये उसी कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं जिसने एक बार भगवा आतंकवाद को जन्म देने का काम किया था। ये उसी कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं, जिसके विधायक और खरगोन के कांग्रेस प्रत्याशी रवि जोशी अपनी सभा में कहते हैं कि दंगों का हिसाब लिए जाएगा। मैं प्रदेश के कांग्रेस नेतृत्व और राष्ट्रीय नेतृत्व से पूछना चाहता हूं कि दंगों में किससे हिसाब लेने की बात हो रही है।
हमास पर हमले के विरोध में रैली निकालने वालों का समर्थन कर रही कांग्रेस
एक और प्रधानमंत्री इजराइल पर होने वाले हमले की निंदा की है साथ ही हताहत लोगों को दवाई और खाना उपलब्ध कराने का काम भी किया है लेकिन दूसरी और जेएनयू और एएमयू में हमास पर हमले के विरोध में रैली निकलती है जिसका कांग्रेस समर्थन करती है। दिग्विजय सिंह यह बताएं जिन्होंने भगवा आतंकवाद गढ़ने का काम किया हिंदू धर्म को बदनाम करने का काम किया था वो अब नफरती हिंदू की संज्ञा क्यों लेकर आए हैं। केवल चुनाव के लिए हिंदू धर्म को हिंदू समाज के लोगों को बांटने का यह कुत्सित प्रयास भारतीय जनता पार्टी बिलकुल सहन नहीं करेगी। कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व इस बात का जवाब दे। बाटला हाउस पर आंसू बहाने वाले लोग केरल पर हुए हमले पर चुप क्यों हैं। जीतू पटवारी यह बताएं कुंठा भ्रम की राजनीति अब नफरत की राजनीति की तरफ क्यों बदल रहे हैं।