Girls found in gangs were handed over to Child Line.

बच्चा चोरी के मामले में आरोपी अशोक कुमार गिरफ्तार
– फोटो : अमर उजाला

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भोपाल पुलिस ने बच्चा चोर गिरोह से बरामद दो बच्चियों और दिल्ली में शक्ति देवी उर्फ सीमा के कब्जे से बरामद एक मासूम को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया है। तीनों मासूमों की देखभाल आगामी आदेश तक अब चाइल्ड लाइन में होगी। वहीं पुलिस यह पता लगाने में जुट गई है कि आखिर इस गिरोह का मूल मकसद क्या था कि वह सिर्फ बच्चियों को ही क्यों चुराता था। क्योंकि अब तक बरामद पांचों बच्चियां हैं। दिल्ली में जिन दो मासूमों के बेचने की जानकारी पुलिस को लगी है, वह दोनों भी बच्चियां ही बताई जा रही हैं।

पुलिस को यह भी पता चला है कि दिल्ली की मासूम जो कोलार के इंग्लिश विला में अर्चना सैनी गिरोह के पास से बरामद की गई है, उसकी मां दिल्ली में रहती है। दिल्ली में अवैध संबंधों से बच्ची की मां गर्भवती हो गई थी, लेकिन उसकी मां गर्भपात नहीं करा पाई। जब तक वह सीमा के संपर्क में आई, तब गर्भपात का समय निकल चुका था, गर्भ बड़ा होने के कारण गर्भपात नहीं डिलीवरी कराई गई और डिलीवरी के बाद उक्त नवजात को उसकी मां ने सीमा को सौंप दिया था, जिसे सीमा ने पालने के लिए अर्चना सैनी को सौंपा है।

अर्चना सैनी पहले से रिमांड पर

बता दें कि अर्चना सैनी पहले से रिमांड पर है। अर्चना सैनी और सीमा देवी को भोपाल पुलिस ने पांच नवंबर तक की रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं अशोक कुमार को भी गिरफ्तार किया है। इसके बाद अब शक्ति देवी उर्फ सीमा के शक्ति फाउंडेशन में कार्य करने वाले कर्मचारियों की तलाश है। शक्ति देवी के फाउंडेशन में करीब एक दर्जन कर्मचारी हैं और वे कर्मचारी ही अलग-अलग शहरों और कस्बों में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाकर गर्भवती युवतियों और महिलाओं का पता लगाते थे। इसके बाद वे ही शक्ति देवी सिंह से मिलवाकर गर्भपात कराने के लिए युवतियों को तैयार करते थे।

सब डॉक्टर फर्जी

भोपाल पुलिस ने जब दो बच्चियों को बरामद कर अर्चना सैनी को गिरफ्तार किया तो कहा जा रहा था कि अर्चना ही गिरोह की सरगना है, लेकिन शक्ति देवी का खुलासा होने के बाद पता चला कि शक्ति देवी डॉक्टर नहीं फिजियोथेरेपी की पढ़ाई की है। वह दिल्ली में फर्जी डॉक्टर बनकर क्लीनिक चलाती थी और उसी क्लीनिक में उसने वर्ष 2018 से अब तक हर माह करीब 50 युवतियों या महिलाओं का अवैध रूप से गर्भपात और डिलीवरी कराई है।  शक्ति देवी की गिरफ्तारी के बाद हरियाणा निवासी फर्जी डॉक्टर अशोक कुमार को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं हरियाणा निवासी एक और डॉक्टर और फाउंडेशन के कर्मचारियों की भोपाल पुलिस को तलाश है।

डाटा कर्मचारियों के पास होने की आशंका

भोपाल पुलिस को जांच में पता चला है कि शक्ति देवी 2018 से अपने क्लीनिक पर अलग-अलग डॉक्टरों की सहायता से युवतियों का अवैध रूप से गर्भपात कराने के साथ डिलीवरी कराती थी और अनचाहे गर्भ की डिलीवरी कराने के बाद जो युवतियां या महिलाएं बच्चा नहीं ले जाना चाहती थीं, उसे वह मानव तस्करी गिरोह को बेच देती थी। इसी गिरोह में उसने हरियाणा निवासी अर्चना सैनी को शामिल किया था। लेकिन अब तक शक्ति देवी उर्फ सीमा द्वार अपने क्लीनिक से कितनी युवतियों और महिलाओं का गर्भपात और डिलीवरी कराई गई, इसका कोई स्पष्ट व प्रमाणिक आंकड़ा भोपाल पुलिस को नहीं मिल पाया है। आशंका है कि यह पूरा कार्य शक्ति देवी के फांडेशन के जरिए किया जाता था। फिलहाल फांडेशन के कर्मचारी फरार हैं। पुलिस अब फाउंडेशन के कर्मचारियों की तलाश कर रही है, ताकि फाउंडेशन के दस्तवेजों से अवैध गर्भपात और डिलीवरी की जानकारी जुटाई जा सके। 

अर्चना का हर बच्चा अलग प्रेमी का

अर्चना सैनी से पूछताछ में बताया कि उसका पति हरियाणा का रहने वाला है, वर्तमान में वह दिल्ली में रहता है लेकिन उससे मेरी कोई संतान नहीं है। मैं जब पहली शादी की थी, उसके पहले ही मेरा बेटा सूरज मेरे प्रेमी से पैदा हुआ था। शादी के बाद बेटी पैदा हुई तो उसका भी पिता मेरा पति नहीं मेरा दूसरा प्रेमी है। दो प्रेमियों के बाद पति थे। इसके बाद मेरे दो और प्रेमी रहे हैं। इस तरह अर्चना के एक पति के अलावा चार प्रेमियों के बारे में पुलिस को पता चला है। हालंकि पुलिस का संपर्क सिर्फ पति से हो सका है। पुलिस अर्चना के प्रमियों के संबंध में भी जानकारी जुटा रही है। दरअसल पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि कहीं अर्चना के प्रमियों का तो इस गिरोह से कोई संबंध तो नहीं है। इधर पांच नवंबर तक रिमांड में चल रही अर्चना और शक्ति देवी उर्फ सीमा से कई और बिंदुओं पर पूछताछ की जानी है।



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