
संभागीय बैठक में शामिल पदाधिकारी।
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प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव ने मंगलवार को इंदौर संभाग की 37 सीटों के प्रमुख पदाधिकारियों से मौजूदा राजनीतिक हालातों का फीडबैक लिया। बैठक में गुजरात के वे विधायक भी मौजूद थे, जिन्हें संभाग की 37 सीटों का जिम्मा दिया गया है। यादव ने टिकट कटने से नाराज बागियों को लेकर कहा कि उन्हें एक बार वरिष्ठ पदाधिकारियों से मिलवाकर नामांकन वापस लेने के लिए मनाए। फिर भी न माने तो फिर उन्हें उनके हाल पर छोड़ दें।
यादव ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में जो बूथ भाजपा हारी थी, उसकी चिंता वार्ड अध्यक्ष से लेकर सांसद तक करें। बूथ भाजपा क्यों हारी थी, इसके चिंतन के अलावा मतदाता की अपेक्षा पर खरा उतरने की कोशिश करें।
बैठक में जिला अध्यक्षों व महामंत्रियों के अलावा 300 से ज्यादा पदाधिकारियों को बुलाया गया था। बैठक में स्वागत भाषण संभागीय प्रभारी राघवेंद्र गौतम ने दिया। इसके बाद प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव ने जिला अध्यक्षों से विधानसभा क्षेत्रों में बगावत करने वाले नेता, चुनावी तैयारी व कमेटियों के गठन को लेकर चर्चा की।
कुछ अध्यक्षों ने अफसरों द्वारा आचार संहिता के नाम पर अनावश्यक परेशान करने की बात भी कही। गुजरात के विधायकों ने सभी सीटों की मौजूदा स्थिति की रिपोर्ट सौंपी। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी संबोधित किया।
पहले शाह लेने वाले थे बैठक
संभाग स्तरीय बैठक सोमवार को शाह लेने वाले थे, लेकिन नामांकन की अंतिम तिथि होने के कारण बैठक टल गई थी और उन्होंने प्रदेश प्रभारी यादव को इंदौर संभाग की 37सीटों का फीडबैक लेने की जिम्मेदारी दी थी, हालांकि शाह रंजना बघेल और राजीव यादव से मिले थे। संभागीय बैठक में यादव को पदाधिकारियों ने बताया कि इंदौर संभाग में दस से ज्यादा नेताअेां ने बगावती तेवर अपना रखे है और वे नामांकन वापस लेने के लिए तैयार नहीं है। बैठक तीन घंटे तक चली।