
कांग्रेस नेता मुकेश परमार ने नाराज होकर भरा निर्दलीय प्रत्याशी का नामांकन
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अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कुछ महीनों पहले कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी। उस यात्रा में पूरे देश भर से उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर कुल 117 यात्री शामिल हुए थे। मध्यप्रदेश से भी इस यात्रा में मुख्य रूप से इंका नेत्री नूरी खान और तराना से जिला पंचायत सदस्य मुकेश परमार पूरे समय भारत जोड़ो यात्रा में शामिल रहे। लेकिन विधानसभा चुनाव के दौरान जब तराना विधानसभा क्षेत्र से मुकेश परमार को टिकट देने की बात आई तो पार्टी आलाकमान ने फिर विधायक महेश परमार पर भरोसा जताया। इससे नाराज होकर मुकेश परमार ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन फॉर्म जमा करवा दिया है।
‘हमारे कार्यों का कोई मोल नहीं है’
निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में तराना विधानसभा क्षेत्र से अपना भाग्य आजमाने वाले जिला पंचायत सदस्य मुकेश परमार ने बताया कि हम निस्वार्थ रूप से पार्टी के प्रति समर्पित होकर कार्य करते हैं। लेकिन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के सामने हमारे इन कार्यों का कोई मोल नहीं है। वर्ष 2018 में भी मैंने निर्दलीय फॉर्म जमा किया था। उस समय पार्टी के समझाने पर मैंने अपना फॉर्म वापस ले लिया था। लेकिन इस बार भी मुझे पार्टी ने अपना उम्मीदवार नहीं बनाया है। उन्होंने कहा कि 27 अक्टूबर 2023 को मैंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दर्ज करवा दिया है। मैं निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जरूर लडूंगा।
प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सीएम के सामने जाता चुके हैं नाराजगी
जानकारी के मुताबिक, मुकेश परमार के द्वारा कांग्रेस पार्टी से उन्हें टिकट न दिए जाने पर विरोध जताया जा चुका है। उनका कहना है कि भारतीय जनता पार्टी जब तराना विधानसभा क्षेत्र से स्थानीय व्यक्ति को टिकट देती है। ऐसे में कांग्रेस द्वारा इस विधानसभा से बाहरी व्यक्ति को टिकट क्यों दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे लगातार मनाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन वर्ष 2018 की तरह मैं इस बार कोई भूल नहीं करूंगा और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ूंगा।