
भोपाल में अमित शाह ने ली बैठक
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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तीन दिवसीय दौरे पर प्रदेश पहुंचे। उन्होंने शनिवार देररात 12 बजे तक भाजपा मुख्यालय में भोपाल और नर्मदापुरम संभाग की 36 सीटे संभालने वाले नेताओं के साथ चर्चा की। इससे पहले बंद कमरे में पदाधिकारियों के साथ बैठक में फीडबैंक लेने के साथ ही डैमेज कंट्रोल को लेकर चर्चा की। इसके बाद संभाग की बैठक को संबोधित करते हुए शाह ने अपील करते हुए कहा कि 20 दिन सारे काम छोड़कर जुट जाओ। बूथ पर बारीक नजर रखना है और अधिक से अधिक मतदान कराना है। उन्होंने बैठक में हाथ उठवाकर पूछा कि विधानसभा की स्थिति क्या है। उन्होंने नाराज नेताओं को लेकर कहा कि जरूरत पड़ी तो वह खुद बातचीत करेंगे।
कोई मुझसे मिलना चाहता है तो मैं मिलूंगा
उन्होंने कहा कि हर नाराज कार्यकर्ता को मनाना है। सरकार आने पर सभी कार्यकर्ताओं को बड़ा मौका दिया जाएगा। आगे अभी कई विकल्प बाकी है। उन्होंने साथ ही कहा कि यदि कोई मुझसे मिलना चाहता है तो मै मिलूंगा। मुझसे फोन पर भी बातचीत करा सकते है। शाह ने कहा कि हमें कमजोर कड़ियां तुरंत सुधारना है। साथ ही उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने और कांग्रेस सरकार की विफलताओं को पहुंचाने को कहा। शेड्यूल के अनुसार शाह शाम 6 बजे भोपाल आने वाले थे, लेकिन वह रात करीब 10 बजे पहुंचे। इस वजह से बैठक देररात तक चली। बैठक में जिला अध्यक्ष, महामंत्री और सभी मोर्चो के अध्यक्ष शामिल हुए। बैठक में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह भी शामिल हुए। सूत्रों के मुताबिक बैठक में शाह ने पदाधिकारियों से विधानसभा अनुसार फीडबैक लिया। साथ ही चुनावी रणनीति को लेकर चर्चा की। इसमें चुनाव जीतने को लेकर टिप्स भी दिए।
48 आदिवासी वर्ग की सीटों पर भी नजर
अमित शाह ने अपने तीन दिवसीय दौरे की शुरुआत जबलपुर से की। यहां पर उन्होंने शहीद शंकर शाह और रघुनाथ शाह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इससे उन्होंने आदिवासी वर्ग को साधने का प्रयास किया। बता दें प्रदेश में 48 सीटें आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित है। पिछले चुनाव में आदिवासी वोटर कांग्रेस की तरफ चला गया था, जिसका भाजपा को नुकसान हुआ था।