
उज्जैन में रावण के पुतले को गुस्साए युवक ने आग लगा दी।
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क्या आपने कहीं ऐसा देखा है कि आप रावण दहन के कार्यक्रम में पहुंचे हों और यहां भगवान राम का तीर लगने के पहले ही भीड़ में खड़ा कोई व्यक्ति नाराज हो जाए और वह खुद रावण के पुतले का दहन कर दे। यदि नहीं तो जान लीजिए कि धार्मिक नगरी उज्जैन में बासी दशहरे पर ऐसा ही कुछ हुआ। इसमें नेताओं के भाषण सुन-सुनकर परेशान हो गए एक व्यक्ति ने रावण के पुतले में आग लगा दी।
पूरा मामला कुछ इस प्रकार है कि सिद्धवट मैदान भैरवगढ़ पर बासी दशहरे (दशहरे का अगला दिन) पर रावण दहन के लिए 101 फुट ऊंचे पुतले का निर्माण किया गया था। समिति के सुरेंद्र चतुर्वेदी और शहर के अन्य वरिष्ठों की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी से उज्जैन उत्तर से प्रत्याशी अनिल जैन कालूहेड़ा इस दौरान भाषण दे रहे थे कि तभी अचानक रावण के पुतले में आग लग गई। इससे आयोजक ही नहीं बल्कि रावण दहन देखने आए सभी लोग चौंक गए, क्योंकि रावण दहन के पहले ना तो हनुमान जी ने रावण पर प्रहार किया और ना ही हर बार की तरह लंका जलाने की कोई आतिशबाजी हो पाई थी।
अचानक रावण दहन होने को लेकर जब आयोजकों ने अपने लोगों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि भीड़ में शामिल एक युवक ने रावण के पुतले में आग लगा दी है। जब आयोजकों को इस बात की जानकारी लगी तो उन्होंने तुरंत रावण के पुतले मे आग लगाने वाले युवक को पकड़ा और लेकिन तब तक कुछ लोग रावण के पुतले में आग लगने वाले युवक की धुनाई कर चुके थे। इस दौरान पुलिस भी वहां पहुंची और पूरे मामले को शांत करवाया। जब उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह नेता की भाषणबाजी से परेशान हो गया था। उनके भाषण से रावण दहन में देरी हो रही थी, इसलिए गुस्से में पुतले में आग लगा दी।
(उज्जैन से निलेश नागर की रिपोर्ट)