
भाजपा और कांग्रेस का युवा वोटरों पर फोकस
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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा। इसके पहले भाजपा और कांग्रेस दोनों वोटरों को साधने पूरा जोर लगा रहे हैं। विधानसभा चुनाव में एक वोट से भी हार जीत हो जाती है। पिछले चुनाव के आंकड़े के अनुसार कुल सीटों में 25 प्रतिशत सीटें क्लोज मार्जिन वाली होती हैं। पिछले चुनाव में करीब 60 सीटों पर हार-जीत 9000 हजार वोटों से कम पर हुई थी। इसलिए इन सीटों पर अपनी जीत तय करने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों जोर लगा रही हैं।
युवाओं को साधने की रणनीति
पहली बार के युवा वोटरों को साधने के लिए दोनों ने अपनी रणनीति बनाई है। भाजपा अपने सदस्यता अभियान में जुड़े लोगों में 8 लाख युवा के जुड़ने का दावा कर रही है। इसके अलावा पार्टी नए वोटरों को जोड़ने के लिए पिछले छह माह से ग्राम पंचायतों में युवा चौपाल, नए मतदाता सम्मेलन कार्यक्रम समेत कई कार्यक्रमों का आयोजन किया। वहीं, कांग्रेस भी व्यापमं घोटाले, सरकारी भर्तियों में गड़बड़ी, लेटलतीफी समेत युवाओं के मुद्दे उठा कर उनकी हितैषी पार्टी बनने का लगातार प्रयास कर रही है।
युवाओं को बता रहे 2003 के पहले के एमपी की दशा
भोपाल में कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं पर फोकस किया था। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में पहली बार वोट डालने वाले युवाओं से कहा था कि अपने माता-पिता, दादा-दादी से मध्य प्रदेश के 20 साल पहले कांग्रेस की सरकार के समय के हालत जरूरत पता कर लेना। दरअसल, भाजपा 2003 के पहले की बदहाल सड़कें और बिजली कट की तुलना आज के मध्य प्रदेश से कर रही है, क्योंकि आज पहली बार वोट दें रहे युवाओं ने प्रदेश में 15 माह के कांग्रेस के कार्यकाल को छोड़कर सिर्फ भाजपा की सरकार ही देखी है।
एक सीट पर 9730 युवा वोटर
मध्य प्रदेश में पहली बार वोट डालने वाले करीब 22.38 लाख युवा मतदाता हैं। यदि 230 सीट पर पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं का प्रति सीट औसत देखें तो यह संख्या करीब 9730 के करीब होती है। ये मतदाता प्रदेश की क्लोज फाइट वाली सीटों पर हार जीत तय करने की निर्णायक भूमिका में हैं।
पार्टी की विचाराधारा से युवा प्रभावित हो रहे
भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पवार ने युवाओं को साधने की अपनी रणनीति के बारे में बताते हुए कहा कि नए वोटर पार्टी की विचारधारा और नीतियों से प्रभावित हो रहे है। आठ लाख से अधिक नए वोटर पार्टी में शामिल हुए हैं। उन्होंने बताया कि युवा मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए युवा चौपाल, मतदाताओं से संपर्क समेत कई कार्यक्रम आयोजित किए।
यूथ कांग्रेस ने डोर टू डोर कैंपेन चलाया
प्रदेश यूथ कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने कहा कि हमने पहली बार के वोटरों को साधने के लिए डोर टू डोर कैंपेन किए। इसमें उनके रजिस्ट्रेशन के साथ ही शिवराज सरकार में युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर सरकारी भर्तियों की गड़बड़ी। व्यापमं घोटाला, पटवारी घोटाला समेत कई युवाओं के मुद्दे सामने रख पार्टी से जोड़ने के लिए आकर्षित किया। इसके अलावा यूथ जोड़ो, बूथ जोड़ो कार्यक्रम किए। कांग्रेस ने 10 लाख से अधिक युवाओं से संपर्क किया।