
अस्पताल में भर्ती शालिनी
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दारोगा पति के सिर पर खून सवार देखकर शालिनी बुरी तरह सहम उठी थी। दारोगा हाथ में रिवाल्वर लेकर गोलियां दाग रहा था लेकिन, शालिनी ने हिम्मत नहीं हारी। हाथ में कोहनी के ऊपर दो गोलियां लगने से वह खून से लथपथ हो गई। गर्भवती पत्नी को घायल देखकर भी दारोगा शशांक का गुस्सा शांत नहीं हुआ। शालिनी का कहना है कि शशांक के फिर फायर झोंकने पर वह हिम्मत करके बाहर की ओर भागी। बाहर जूते का रैक रखा हुआ था। उसकी आड़ लेने की वजह से वह शशांक को नजर नहीं आई। उसी की आड़ लेकर वह पड़ोसी के घर तक पहुंची। वहां पहुंचने के बाद उसकी जान बची। शोर-शराबा सुनकर पड़ोस के लोग भी जुट गए।