
प्रियंका गांधी ने धार जिले के मोहनखेड़ा में संबोधित किया।
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कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का मोहनखेड़ा की चुनावी अामसभा में अलग अंदाज नजर आया। 47 मिनट के भाषण में उन्होंने महाभारत के पात्रों का उल्लेख किया। उन्होंने सरकार की तुलना शिशुपाल से की अौर जनता को कृष्णरुपी बताकर उसका नाश करने को कह। प्रियंका ने श्रीकृष्ण, अर्जून और रुकमणी का भी भाषणों में उल्लेख किया।
प्रियंका ने अपने भाषण में 15 से ज्यादा मिनट तक महिलाओं के मुद्दे पर बात की, लेकिन प्रदेेश सरकार की लाड़ली बहना योजना का एक बार भी जिक्र नहीं किया। उन्होंने आदिवासी समाज से उनकी दादी इंदिरा गांधी के पुराने रिश्तों का जिक्र छेड़ा, लेकिन पूरे भाषण में अपनी मां सोनिया गांधी अौर राहुल गांधी का उल्लेखन नहीं किया।
घोटालों पर घेरा सरकार को
प्रियंका ने घोटालों के मुद्दे पर सरकार को घेरा और कहा कि 18 साल में ढाई सौ से ज्यादा घोटाले प्रदेश में हो चुके है, लेकिन अफसरों पर ईडी एक्शन नहीं लेती। प्रियंका ने भाजपा की प्रदेश सरकार पर निशाना साधा और दूसरे राज्यों में कांग्रेस की सरकार की खूबियां भी गिनाई।
वे केंद्र सरकार के जातिगत जनगणना के विरोध पर भी मुखर नजर आई। महिला आरक्षण पर कहा कि उस बिल का कांग्रेस ने भी समर्थन किया, लेकिन पता चला कि उसका फायदा दस साल बाद होगा। पहले आरक्षण, परिसीमन की प्रक्रिया होगी। आखिर इस तरह की घोषणा का फिर महिला वर्ग को क्या फायदा होगा।
आदिवासी नेताओं से मिली
मंच पर जब कमल नाथ भाषण देने के लिए खड़े हुए तब बारी बारी से प्रियंका गांधी धार, झाबुआ क्षेत्र के आदिवासी नेतागणों से मिली। पहले उन्होंने हनी बघेल को बुलाया, फिर प्रताप ग्रेवाल, उमंग सिंगार से बात की।