
उज्जैन जिले में अखंड दीप यात्रा निकाली जाना है।
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मकर संक्रांति से रामनवमी तक माता भगवती देवी शर्मा की जन्म शताब्दी के अवसर पर अखंड दीप यात्रा निकाली जाने वाली है। इसमें 2100 ब्रह्मास्त्र अनुष्ठान साधक बनाए जाएंगे, जो कि 24,000 ग्राम पंचायतों तक पहुंचेगी। उज्जैन जिले में इस दौरान तीन यात्राएं निकाली जाएंगी, जिससे यह अभियान पूरा होगा।
गायत्री परिवार के प्रचार-प्रसार सेवक देवेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आगामी वर्ष में आयोजित होने वाले माता भगवती देवी शर्मा के जन्म शताब्दी समारोह को लेकर गायत्री शक्तिपीठ उज्जैन पर उपजोन (छः जिले उज्जैन, रतलाम , मंदसौर, नीमच, आगर, शाजापुर) के परिजनों की गोष्ठी आयोजित हुई। इसमे शांतिकुंज हरिद्वार में सन 1926 से प्रज्वलित सिद्ध अखंड दीप एवं माता भगवती देवी शर्मा की जन्मशताब्दी के प्रारंभिक आयोजनों का निर्धारण किया गया। इसके अंतर्गत पूरे उपजोन में 2100 से अधिक ब्रह्मास्त्र अनुष्ठान साधक बनाए जाएंगे। इन साधकों को प्रतिदिन 10 माला गायत्री महामंत्र एवं एक माला महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना होगा, प्रतिदिन 1 घंटे का स्वाध्याय और वर्ष में 500 का अनुदान करना होगा। अखंड दीप के आलोक वितरण एवं वंदनीया माता जी के प्रति श्रद्धा समर्पण व्यक्त करने के लिए श्रद्धा संवर्धन यात्राओं का आयोजन पूरे प्रदेश में होगा।
प्रदेश की पूरी 24 हजार ग्राम पंचायतों तक यह यात्रा पहुंचेगी। उज्जैन जिले में आगामी मकर संक्रांति से रामनवमी के बीच में तीन यात्राएं इस अभियान को पूरा करेंगी। जोनल मुख्यालय भोपाल से पधारे सह समन्वयक प्रभाकांत तिवारी ने गोष्ठी में मार्गदर्शन करते हुए बताया कि आगामी 2 वर्षों में प्रत्येक जिले में मात्र स्मृति वन बनेंगे। एक स्थान पर काम से कम 100 वृक्ष की स्थापना, नारी जागरण सम्मेलन, 5 और 9 कुंडीय गायत्री महायज्ञों का संचालन महिला आचार्यों द्वारा, कन्या कौशल शिविर, नव दंपति शिविर के आयोजन प्रमुखता से किए जाएंगे। मध्यजोन भोपाल के समन्वयक राजेश पटेल ने परिजनों का मार्गदर्शन करते हुए नया नारा दिया -सभी समस्याओं का समाधान, दो घंटे का नियमित समयदान। पटेल ने बताया कि आज उज्जैन की गोष्ठी में उत्साहवर्धक संकल्प लिए गए। अभी ओंकारेश्वर, इंदौर, उज्जैन की गोष्ठियां संपन्न हो चुकी हैं। गुना, ग्वालियर, भोपाल, जबलपुर, अमरकंटक, रीवा उपझोन की गोष्ठियों के बाद पूरे प्रदेश के संकल्प आएंगे जो प्रदेश भर में साधनात्मक वातावरण बनाएंगे।