पीएम नरेंद्र मोदी ने आज आईआईटी इंदौर के अकादमिक पॉड्स का उद्घाटन किया और विकास के तीसरे चरण की भी आधारशिला रखी। ग्वालियर में हुए कार्यक्रम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑनलाइन यह उद्घाटन किया। इस दौरान आईआईटी इंदौर की फैकल्टी और कई छात्र भी मौजूद रहे।
तीसरे चरण में क्या विकास होगा आईआईटी का
आईआईटी के तीसरे चरण की पीएम मोदी ने आधारशिला रखी है। इसके लिए बहुत विस्तृत योजना बनाई गई है। इस चरण में इस तरह के छात्रावास भी बनेंगे जिनमें शादीशुदा कपल भी यहां पर रहकर पढ़ाई कर सकेंगे।
वैश्विक स्तर पर श्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थान बनाने की कवायद
इसके साथ एक परिष्कृत लैब कॉम्प्लेक्स, एक अकादमिक पॉड, छात्रावास और संकाय का विकास भी शामिल होगा। आईआईटी इंदौर को वैश्विक स्तर पर श्रेष्ठ शैक्षिणक संस्थान बनाने का प्रयास किया जा रहा है। विश्व स्तर पर सोचें और विश्व स्तर पर कार्य करें के मंत्र पर यहां का विकास हो रहा है। यहां PM-AJAY (प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना) के तहत बाबू जगजीवन राम छात्रावास योजना के तहत 250 छात्रों के छात्रावास का निर्माण भी जल्दी ही शुरू होने वाला है। इससे संस्थान सभी अनुसूचित जाति के छात्रों को आवास शुल्क में छूट प्रदान करेगा।
आज पॉड्स का उद्घाटन किया
आईआईटी इंदौर के शैक्षणिक भवन, जिन्हें पॉड्स कहा जाता है, लगभग 44,000 वर्ग मीटर में फैले हुए हैं। यह लगभग 128.9 करोड़ रुपए की लागत से बने हैं। इन भवनों में विभिन्न प्रयोगशालाएं और शैक्षणिक विभागों के कार्यालय शामिल हैं। संस्थान की प्रयोगशालाएं एनईपी 2020 के अनुरूप अंतःविषय पाठ्यक्रम और कार्यक्रमों पर जोर देती हैं। आईआईटी इंदौर ने 21वीं सदी के ज्ञान समाजों और उनकी आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए अपने शैक्षणिक कार्यक्रम, अनुसंधान पहल और आउटरीच गतिविधियां विकसित की हैं।
आईआईटी इंदौर की टीम ने देखा लाइव प्रसारण
आईआईटी इंदौर की फैकल्टी और छात्रों ने इस प्रसारण को लाइव देखा। ग्वालियर में हुई सभा में पीएम मोदी ने आईआईटी इंदौर के तीसरे चरण के प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। इस लाइव प्रोग्राम के दौरान आईआईटी इंदौर के प्रमुख फैकल्टी ने अपने विचार भी रखे और बताया कि भविष्य में आईआईटी इंदौर क्या क्या कीर्तिमान रचने जा रहा है।