
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम, मृतक एएसआई राकेश यादव
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मध्यप्रदेश के मुरैना में शनिवार को एक दरोगा ने सरकारी क्वार्टर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना बागचीनी थाना कैंपस में बने सरकारी क्वार्टर की है। बताया जा रहा है कि दरोगा दिन के 12 बजे तक क्वार्टर से बाहर नहीं निकले तो स्टॉफ ने दरवाजा खट-खटाते हुए आवाज लगाई। अंदर से कोई जवाब नहीं आने पर पुलिसकर्मियों ने दरवाजा तोड़कर अंदर देखा तो शव फंदे पर लटक रहा था। घटना की खबर लगते ही जिला मुख्यालय से एएसपी और फोरेंसिक की टीम मौके पर पहुंची। अधिकारियों की मौजूदगी में शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया। आत्महत्या की वजह अभी स्पष्ट नहीं हुई है। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
बागचीनी थाना कैंपस में मिला दरोगा का शव
जानकारी के अनुसार, एएसआई राकेश यादव बागचीनी थाने में पदस्थ थे। उनका परिवार मुरैना स्थित पुलिस लाइन के सरकारी आवास में रहता है। एएसआई राकेश यादव थाना कैंपस में बने सरकारी क्वार्टर में अकेले रहते थे। शनिवार दिन के 12 बजे तक वे अपने क्वार्टर से बाहर नहीं निकले तो स्टॉफ ने दरवाजा खट-खटाते हुए आवाज लगाई। अंदर से कोई जवाब नहीं आने पर पुलिसकर्मियों को शंका हुई। इसके बाद उन्होंने दरवाजा तोड़कर अंदर देखा, तो दंग रह गए। कमरे के अंदर दरोगा का शव फंदे पर झूल रहा था। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना थाना प्रभारी को दी।
इसके बाद थाना प्रभारी ने मौके पर पहुंचकर इस घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी। खबर लगते ही एएसपी डॉ. अरविंद ठाकुर और एफएसएल डॉक्टर की टीम मौके पर पहुंच गई। अधिकारियों की मौजूदगी में शव को फंदे से नीचे उतारकर जमीन पर रखा गया।
दो साल पहले हुआ था भतीजे का मर्डर
इसके बाद फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. सतीश मान ने शव का बारीकी से निरीक्षण करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। पुलिस के अनुसार प्रारंभिक पड़ताल में पता चला है कि मृतक एएसआई राकेश यादव मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले थे। विगत दो साल पहले हरियाणा में उनके भतीजे का मर्डर हो गया था। तभी से वे डिप्रेशन में रहने लगे थे। एएसपी डॉ. अरविंद ठाकुर का कहना है कि एएसआई पारिवारिक कलह की वजह से कुछ दिनों से डिप्रेशन में चल रहे थे। इसकी वे दवा भी ले रहे थे। फिलहाल मर्ग कायम कर मामले की जांच की जा रही है।