बीते रोज राजौरी के छात्रों के साथ हुए संघर्ष में पुलिस ने किया था बल प्रयोग
अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। कश्मीर के राजौरी से आए बच्चों और स्थानीय बच्चों के बीच हुए संघर्ष के बाद शुक्रवार को बरुआसागर नवोदय विद्यालय के बच्चे भूख हड़ताल पर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप लगाते हुए दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। दिन भर बच्चों की समझाइश की जाती रही। शाम को मामले की जांच का भरोसा मिलने के बाद वे माने। इस दौरान नवोदय विद्यालय में गहमागहमी की स्थिति बनी रही।
झांसी के नवोदय विद्यालय के 20 बच्चों को जुलाई में कश्मीर के राजौरी के नवोदय विद्यालय भेजा गया था। जबकि, वहां के 18 छात्र यहां आए थे। बृहस्पतिवार को यहां के बच्चों को राजौरी गए छात्रों के साथ वहां के स्थानीय बच्चों द्वारा बेरहमी से मारपीट करने की खबर मिली थी। इससे यहां बच्चे भड़क गए थे और राजौरी के बच्चों के साथ मारपीट पर आमादा हो गए थे। मुश्किल से पुलिस राजौरी के बच्चों को विद्यालय से निकाल पाई थी। इस दौरान पुलिस को बल प्रयोग भी करना पड़ा था। इसके अगले दिन शुक्रवार को नवोदय विद्यालय के बच्चे कक्षाओं का बहिष्कार कर स्कूल के प्रशासनिक भवन के सामने भूख हड़ताल पर बैठ गए और वे पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप लगाते हुए दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। बच्चों ने बताया कि पुलिस की पिटाई से कुछ छात्र घायल भी हो गए थे। वह डीएम को विद्यालय बुलाए जाने की मांग करने लगे। सूचना पर तहसीलदार सदर डा. लालकृष्ण मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बच्चों से ज्ञापन लेते हुए जांच कराने का भरोसा दिया। साथ ही स्वास्थ्य केंद्र से चिकित्सक बुलाकर चुटहिल छात्रों का उपचार कराया। लंबी समझाइश के बाद शाम को बच्चे माने और उन्होंने खाना खाया। तब जाकर विद्यालय प्रबंधन ने राहत की सांस ली।
वहीं, तहसीलदार सदर ने बताया कि बच्चों की ओर से की गई शिकायत की जांच कराई जाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि बच्चों पर लाठीचार्ज नहीं किया गया था। भगदड़ में कुछ छात्र चुटहिल हो गए थे। उनका उपचार करा दिया गया है।