पिछोर के महाराणा प्रताप नगर में अगस्त में भी प्राधिकरण ने की थी कार्रवाई

एनजीटी के निर्देश पर 5000 घरों को थमाया जा चुका ध्वस्तीकरण का नोटिस

अमर उजाला ब्यूरो

झांसी। पिछोर में झांसी विकास प्राधिकरण करीब डेढ़ दर्जन निर्माण ध्वस्त कर चुका है। जबकि, मेयर ने चुनावी वादा किया था कि एक भी ईंट नहीं गिरने देंगे। पिछले महीने अगस्त में भी महाराणा प्रताप नगर में जेडीए की टीम ने कई निर्माण ध्वस्त कर दिए थे। अब एनजीटी के निर्देश पर जिन पांच हजार घरों को नोटिस थमाए गए हैं, वो परिवार बेचैन हैं।

पिछोर, गुमनावारा, डडियापुरा, नया गांव में महानगर महायोजना 2021 में नगर पार्क स्वीकृत है। एक व्यक्ति ने एनजीटी में मुकदमा दायर किया था कि नगर पार्क की जमीन पर निर्माण कार्य हो गए हैं। 2022 में एनजीटी के निर्देश पर झांसी विकास प्राधिकरण ने सर्वे किया। करीब पांच हजार घर अथवा निर्माण नगर पार्क की जमीन पर पाए गए। इन सभी गृह स्वामियों को जेडीए की तरफ से नोटिस जारी किया गया। उसमें निर्माण ध्वस्त करने का जिक्र था। वहीं, निकाय चुनाव के दौरान भाजपा के मेयर प्रत्याशी बिहारी लाल आर्य ने वादा किया था कि एनजीटी के लाल निशान पर आए पांच हजार से अधिक मकानों को किसी कीमत पर जमींदोज नहीं होने दिया जाएगा। एक ईंट तक नहीं गिरने दी जाएगी। अगर बुलडोजर चला तो मेरे ऊपर से गुजरेगा। इसके बावजूद पहले जून फिर अगस्त में जेडीए की टीम ने पिछोर पहुंचकर करीब डेढ़ दर्जन निर्माण ध्वस्त करने की कार्रवाई कर दी। ऐसे में नोटिस के बाद पांच हजार आवासों में रहने वाले लोगों की रात की नींद उड़ गई है। वो इस दशहत में जी रहे हैं कि पता नहीं कब जेडीए की टीम उनके घर पर बुलडोजर चलाने के लिए आ जाए।

ये बोले लोग

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महाराणा प्रताप नगर में 1993 में जमीन खरीदी थी। 1996 में घर बनाया। तब ये क्षेत्र न नगर निगम सीमा में आता था, न जेडीए की। इसलिए नक्शा पास नहीं कराया। एक-दो कमरे का घर बनाकर रहने लगा। चार-पांच महीने पहले घर तोड़ने का नोटिस थमा दिया गया है। – सुरेश चंद्र यादव।

सन् 1998 में पिछोर में जमीन खरीदी थी। धीरे-धीरे करके कमरे बनाकर रहने लगा। अभी मकान में तीन बेटे और उनका परिवार साथ रहता है। अब मकान तोड़ने का जेडीए ने नोटिस दे दिया है। मकान नहीं रहेगा तो हम परिवार लेकर कहां रहने जाएंगे। – अब्दुल खां।

ढाई साल पहले महाराणा प्रताप नगर में मकान बना है। परिवार सहित यहां रहता हूं। अगस्त में घर के सामने प्लॉट की चहारदीवारी जेडीए की टीम गिराकर चली गई थी। तब से हर समय डर लगा रहता है कि कहीं हमारा मकान न गिराने न आ जाएं। – तनुज तिवारी।

मेयर ने निकाय चुनाव में बतौर प्रत्याशी वादा किया था कि एक भी ईंट नहीं गिरने देंगे। मगर बगल के प्लॉट की दीवार जेडीए की टीम ने गिरा दी। सेवानिवृत्ति के बाद फंड के पैसे से 2011 में पिछोर में मकान बनाया है। अब तोड़ने का नोटिस आने से परेशान हूं। – रघुनंदन राजपूत।

2010 में जब पिछोर में मकान बना रहे थे, तब झांसी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा कि इस क्षेत्र का नक्शा पास नहीं होता है। इसलिए ऐसे ही घर बना लो। अब मकान बना लिया। 13 साल से रह रहा हूं। अब मकान तोड़ने का नोटिस दे दिया है। ये तो गलत है। – संतोष आर्य।

अपनी बात पर हूं कायम, एक भी मकान नहीं गिरने दिया: बिहारी लाल

125 हेक्टेअर भूमि प्रखंडी पार्क के लिए छोड़ी गई थी, उस पर लोगों ने निर्माण कर लिया है। जनता से जो चुनावी वादा किया है, उस पर पूरी दृढ़ता से कायम हूं। जेडीए की टीम ने कहीं भी एक भी मकान नहीं गिराया है। आगे भी किसी भी हाल में एक भी मकान नहीं गिरने दिया जाएगा। शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए भी लगातार काम हो रहा है। – बिहारी लाल आर्य, महापौर।



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