उरई। आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के मामले में पूर्व ब्लाक प्रमुख को पुलिस ने मंगलवार शाम नाटकीय ढंग से हिरासत में ले लिया था। उनके समर्थकों को पुलिस कार्रवाई की जानकारी मिली तो बड़ी संख्या में लोग पुलिस लाइन पहुंच गए। देर रात तक उनके समर्थकों की भारी भीड़ रही। सुबह पुलिस उनको लेकर जैसे ही जिला अस्पताल पहुंची तो समर्थक नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने आनन फानन में कोर्ट में पेश कर उन्हें जेल भेज दिया।
आटा थाना क्षेत्र के संदी गांव निवासी बुद्ध सिंह पटेल शहर के बोहदपुरा गैस गोदाम में कर्मचारी था। 11 जुलाई को उसने फंदा लगाकर अपनी जान दे दी थी। मृतक की पत्नी पूजा ने पूर्व ब्लाक प्रमुख सुदामा दीक्षित व कार्यालय कर्मचारी अनूप तिवारी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। मंगलवार को पुलिस ने उन्हें जालौन रोड से नाटकीय ढंग से हिरासत में लेकर कदौरा की तरफ ले जाने लगी। उनके समर्थक पीछे लग गए, जिस पर पुलिस उसे पुलिस लाइन ले आई। जैसे ही इसकी जानकारी ब्लाक प्रमुख के समर्थकों को लगी तो वह पुलिस लाइन के सामने इकठ्ठा होने लगे। बुधवार को पुलिस उन्हें डॉक्टरी परीक्षण के लिए जिला अस्पताल ले गई तो हाथ में हथकड़ी देख उनके समर्थक नारेबाजी करने लगे। इस दौरान करीब आधा घंटे तक अफरा तफरी का माहौल बना रहा। पुलिस उन्हें कोर्ट ले गई जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इस दौरान समर्थक नारेबाजी करते हुए उनके साथ साथ जेल तक पहुंचे जिससे पुलिस प्रशासन के पसीने छूट गए। जेल जाने की जानकारी जैसे ही उनके समर्थकों को लगी तो उनके घर पर सैंकड़ों की संख्या में लोग एकत्रित हो गए। देर शाम तक लोगों का उनके आवास पर आना जाना लगा रहा। वहीं, समर्थकों का कहना है कि राजनैतिक षड़यंत्र के तहत पूर्व ब्लाक प्रमुख को फंसाया गया है।