
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : सोशल मीडिया
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कमजोर निम्न दाव क्षेत्र पश्चिमी झारखंड की ओर सक्रिय था जो लगभग समाप्त हो चुका है और उसके साथ एसोसिएट चक्रवर्ती हवाओं का घेरा था, यह अभी भी दक्षिणी बिहार और छत्तीसगढ़ के कुछ एरिया में सक्रिय है इसके साथ ही मानसून टर्फ लाइन शिवपुरी और उत्तरी मध्यप्रदेश से हो कर गुजर रही है। इसके साथ ही एक अन्य टर्फ लाइन पूर्वी मध्यप्रदेश से हो कर गुजर रही है, जिसके चलते पश्चिमी मध्यप्रदेश और पूर्वी मध्यप्रदेश में के क्षेत्र में कहीं कहीं बारिश दर्ज की गई है।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के शहडोल संभाग के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, भोपाल नर्मदापुरम जबलपुर संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर, इंदौर उज्जैन ग्वालियर एवं रीवा संभागों के जिलों में कुछ कुछ स्थानों पर और चंबल एवं सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। चक्रवर्ती हवाओं के घेरे और टर्फ लाइन की गुजरने के चलते आगे भी कुछ जिलों में तेज बारिश होने की संभावना है। ऐसे में मौसम विभाग ने सीहोर देवास छिंदवाड़ा और बालाघाट जिले में ऑरेंज अलर्ट किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार इन जिलों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके साथ ही विदिशा भोपाल बैतूल हरदा बुरहानपुर खंडवा खरगोन इंदौर मंदसौर शाजापुर आगर भिंड सिंगरौली अनूपपुर डिंडोरी शिवानी मंडल सागर जैसे जिलों में येलो अलर्ट किया गया है यहां माध्यम से भारी वर्षा होने का अनुमान है। बताया जा रहा है कि आगे आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में कमी देखने को मिलेगी।
बारिश के आंकड़े
आस्था 15, सीहोर 11, मलाजखंड 10, कन्नौज 9, लहार, शेगांव, बुरहानपुर, धनोरा, नैनपुर और मेहदवाणी में 8=8, पांढुर्णा, भगवानपुर, सतवास, गोगावा और बैरागढ़ में 7=7, मवई , केवलारी में 6=6, बैहर, वेंकट नगर, नर्मदा पुरम, बदरवास, नरसुल्लागंज, खरगोन में 5=5, बिछिया, बिरसा, नारायणगंज, तिरोड़ी, बिछुआ, सौसर, रेहती, नेपानगर, नवीबाग, बैतूल, भीकनगांव, बाड़ी, हरसूद में 4=4 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसके साथ ही भोपाल 43.0 मंडला 33.0 नौगांव 17.0 मलाजखंड 12.0 खंडवा 4.0 खजुराहो 3.2 दमोह 1.0 नरसिंहपुर 1.0 छिंदवाड़ा 0.4 और जबलपुर में 0.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
बारिश के चलते भोपाल इंदौर हाइवे सहित कई प्रमुख सड़कों पर आवागमन पर प्रभावित हुआ। कोलूखेड़ी क्षेत्र स्थित एक होटल में पानी भर जाने से 6 लोग फंसे गए जिन्हें नगर निगम, स्वास्थ्य अधिकारी के साथ फायर ब्रिगेड टीम और गोताखोरों ने मिलकर सभी को सुरक्षित बाहर निकाला। इसके साथ ही बड़े तालाब की जीवन दायनी नदी कुलांसी के सहयोगी नाले भी उफान पर आ गए थे। नदी नाले में पानी बढ़ने से कई गांवों का आपस में सड़क सम्पर्क टूटा गया था। बाणगंगा नदी ईटखेड़ी के पुल पर पानी आने से बैरसिया भोपाल रोड बंद हो गया था।