कोंच। कैलिया पुलिस ने सपा जिलाध्यक्ष और सींगपुरा मंदिर के महंत समेत तकरीबन 50 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का आरोप है कि सौहार्द बिगाड़ने वाले भाषण दिए गए और बिना परमिशन कार्यक्रम कर धारा 144 का उल्लंघन किया गया था। पार्टी जिलाध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर से सपा खेमे में खलबली है। उधर, सपा जिलाध्यक्ष ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है।
कैलिया थाने के दरोगा रामचंद्र वर्मा ने दर्ज कराई एफआईआर में बताया कि 18 सितंबर को वह हमराही सिपाहियों के साथ क्षेत्र भ्रमण पर जब कैमरा गांव पहुंचे तो देखा कि सींगपुरा कैमरा के जंगल में स्थित सिद्धबाबा मंदिर के पुजारी रनछोरदास महाराज शाम करीब तीन बजे धारा 144 लागू होने के बावजूद दीपराज गुर्जर और राघवेंद्र सिंह की अगुवाई में लगभग 40-50 लोग गुर्जर समाज के लोगों को इकट्ठा कर धर्म, मूलवंश, भाषा, जन्मस्थान आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता का संप्रवर्तन व सौहार्द बिगाड़ने वाला काम कर रहे थे।
पुलिस ने रनछोरदास महाराज, दीपराज गुर्जर, राघवेंद्र सिंह सहित तकरीबन 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 153 ए (1) बी तथा धारा 188 सीआरपीसी में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। सपा जिलाध्यक्ष दीपराज गुर्जर ने राजनीति से प्रेरित व सत्ता दल के इशारे पर की गई कार्रवाई बताया है। उन्होंने कहा मंदिर परिसर में झंडा बैनर लगाकर कोई राजनीतिक नहीं, बल्कि धार्मिक कार्यक्रम चल रहा था। इसमें भंडारे का भी आयोजन था। वह भंडारे का प्रसाद ग्रहण करने गए थे, रिपोर्ट लिखने वाली पुलिस भी वहां भंडारा छक कर लौटी।