
सांकेतिक तस्वीर
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पिछले कई दिनों से रेड अलर्ट जोन में चल रहे प्रदेश के सभी जिले इससे बाहर आ गए हैं। सोमवार को जारी हुई मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश का अब कोई भी जिला रेड अलर्ट जोन में नहीं है। वहीं, राजगढ़, गुना, शिवपुरी, मुरैना, शिवपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, जबलपुर और नरसिंहपुर जैसे जिले येलो अलर्ट में हैं।
इसके पहले इंदौर, खरगोन, उज्जैन, खंडवा और बैतूल जैसे अधिकांश जिलों में अति से अति भारी बारिश के चलते जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया था। इतना ही नहीं कई स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात भी बन गए थे। मौसम विभाग की माने तो मानसून टर्फ लाइन और एक अन्य लाइन के मिल जाने से बने सिस्टम के अब गुजरात की तरफ बढ़ जाने का अनुमान है। इसी सिस्टम के कारण पश्चिम मध्य प्रदेश के भागों में जोरदार बारिश देखने को मिल रही थी।
हालांकि, विभाग ने अनुमान जताया कि अभी भी कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही 12 से 14 किलोमीटर की गति से हवाएं चल सकती हैं। आगे आने वाले दिनों में भी मौसम ऐसा ही रहेगा। इसके साथ पूर्वी मध्यप्रदेश में बारिश की गतिविधियों में वृद्धि हो सकती है। राजधानी भोपाल में बीते दो दिनों से धूप खिल रही है। यहां मौसम पूरी तरह से सामान्य नजर आया। 20 सितंबर तक ऐसा ही मौसम रहने की उम्मीद है। खरगोन 10.0, रतलाम 3.0, बैतूल 2.0, सतना 0.4 जबलपुर 0.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।