
तीन आरोपियों को कोलकाता पुलिस ने पकड़ा
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फर्जी ट्रेडिंग, एडवाइजरी और शेयर मार्केटिंग कम्पनी की साइड बनाकर की गई 23 लाख की धोखधड़ी के मामले में कोलकाता की सायबर टीम ने उज्जैन में दबिश दी। माधवनगर थाना क्षेत्र से तीन युवकों को हिरासत में लिया और इन्हें अपने साथ कोलकाता ले गई। बताया जा रहा है कि 14 जून को कोलकाता में शेयर मार्केटिंग कम्पनी की फर्जी साइड बनाकर एडवाईजरी और ट्रेडिंग के नाम से लोगों को अपने जाल में फंसाकर लाखों का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कराए जाने के मामले में धारा 419, 420, 465, 467, 468, 471, 120 बी के साथ आईटी एक्ट की धारा 66, 43, 66 सी, 66 डी में दर्ज हुआ था। जांच के दौरान कोलकाता सायबर को उज्जैन के तीन युवकों की लिंक मिली थी, जिनके मोबाइल नम्बर और खातों का उपयोग कर ट्रांजेक्शन किया गया था। जिसके आधार पर टीम ने उज्जैन पहुंचकर माधवनगर थाने की टीम के साथ किशनुपरा में दबिश देकर पवन लोधी, लक्ष्मीनगर से गौरव नामदेव और अशोका विहार से दीपक गंगवाल को हिरासत में लिया था। तीनों से माधवनगर थाने में पूछताछ कर इनका मेडिकल परीक्षण कराया गया। इस दौरान कोलकाता पुलिस स्पष्ट जानकारी देने से बचती रही। तीनों को न्यायालय में पेश कर ट्रांजिट रिमांड मांगा गया और इसके बाद पुलिस इन्हें अपने साथ कोलकाता ले गई। विशेष मामले में माधव नगर थाना प्रभारी वाय एस यादव ने बताया कि कोलकाता में तीनों युवकों के ऑनलाइन धोखाधड़ी से तार जुड़े हुए थे इसीलिए तीनों को गिरफ्तार कर यहां से ले जाया गया है।
खातों में आया पैसा, फिर भी बोले- हमें नहीं मालूम
लोगों के मोबाइल, खाते खरीदकर उनका दुरुपयोग करते हुए फर्जी शेयर मार्केट अर्थात ट्रेडिंग कंपनियां ठग बनाते हैं व लोगों को प्रलोभन देकर उसमें रुपये निवेश करवाकर धोखाधड़ी करते हैं। ये मामला भी ठीक उसी तरह का बताया जा रहा है। तीनों युवकों के मोबाइल, आधार, बैंक अकाउंट व सिम धोखाधड़ी में उपयोग हुए हैं। उनके नाम से कोलकाता में ट्रेडिंग कंपनियां चल रही थी, जिसके माध्यम से धोखाधड़ी की जा रही थी। युवकों के खातों में लोगों से धोखाधड़ी का पैसा भी आया, लेकिन यहां तीनों युवक ये सफाई देते रहे कि उन्हें उक्त कंपनियों के बारे में कुछ नहीं पता है लेकिन पैसा खाते में आने को लेकर वे कुछ नहीं बोल पाए। बता दें कि उज्जैन में भी कई इसी तरह की ट्रेडिंग कंपनियां चल रही हैं। पूर्व में पुलिस ने दबिश देकर ऐसी कंपनियां पकड़ी थी, जिनके लाइसेंस नहीं मिले थे लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
उज्जैन में कर रहे थे ऐश
तीनों युवक यहां रोज दोस्तों के साथ शराब पार्टी कर रहे थे। इनमें दीपक रोज हजारों रुपये खर्च कर रहा था। उसके घर वाले भी इसे लेकर हैरान थे कि रोज पार्टी मनाने के लिए उसके पास पैसा कहां से आ रहा है। एक ने तो हाल ही में ढाई लाख रुपये की नई बाइक भी खरीदी। परिचित जब उनसे इस संदर्भ में पूछते तो युवकों का कहना था कि वे टेलि कॉलिंग का काम कर रहे, जो अच्छा चल रहा है। माधवनगर पुलिस ने बताया कि कोलकाता पुलिस ही इसमें बता पाएगी कि उक्त युवकों की चैन किन ठगों से जुड़ी हुई हैं क्योंकि ये सिर्फ धोखाधड़ी की चैन का एक हिस्सा लग रहे हैं।