उरई। नगर निगम, पालिकाओं, पंचायतों को 15वें वित्त आयोग की दूसरी किस्त जारी कर दी गई है। इसमें जिले की सात पंचायतों, चार पालिकाओं को करीब सात करोड़ 45 लाख 86 हजार मिले हैं। इस धनराशि से नगर में नाली, सड़कों, ठोस अवशेष प्रबंधन पर काम होगा।
जिले की नगर पालिका और पंचायतें बजट का रोना रो रही थीं। बदहाल हो चुकी सड़कों के निर्माण के लिए बजट नहीं था। कुछ सड़कों के निर्माण के लिए टेंडर भी हो गए थे। बजट के चलते उनका निर्माण नहीं हो पा रहा है। इस कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उरई पालिका की स्थिति सबसे ज्यादा बदहाल है। पालिका पहले से ही घाटे में चल रही है।
बजट आ जाने से अधिकारियों ने भी सर्वे के साथ टेंडर प्रक्रिया के लिए सभी कर्मचारियों को दिशा निर्देश दे दिए हैं। जल्द काम भी शुरू करवा दिया जाएगा। चारों पालिकाओं को छह करोड़ दस लाख 54 हजार 344 रुपये मिले हैं। वहीं सातों पंचायतों को एक करोड़ 35 लाख 31 हजार 820 रुपये का बजट निर्माण के लिए मिला हैं। उरई नगर पालिका ईओ विमलापति ने बताया कि बजट आ गया है। बोर्ड बैठक के बाद निर्णाय लिया जाएगा। कहां-कहां काम करना है। बजट आने से विकास कराने में सहूलियत मिल जाएगी।
चारों पालिकाओं को मिले छह करोड़ दस लाख 54 हजार
बजट भले ही कम आया हो, लेकिन नगर में कई प्रकार के विकास होने से कई समस्याओं से लोगों को निजात मिल जाएगी। 15 वें वित्त में जालौन पालिका को एक करोड़ 22 लाख 68 हजार 168 रुपये का बजट मिला है। कालपी पालिका को 80 लाख 83 हजार 280 रुपये का बजट मिला। कोंच पालिका में एक करोड़ 31 लाख 73 हजार 700 रुपये का मिले। उरई पालिका में दो करोड़ 75 लाख 29 हजार 196 रुपये का बजट आया है।
सात पंचायतों को मिले एक करोड़ 35 लाख
सात पंचायतों को बजट कम मिला है। जिसमें कुछ पंचायतों की स्थिति सबसे बदतर है। वहीं एट नगर पंचायत नई बनी है। उसमें भी बजट का भाव बना था। कदौरा पंचायत को 22 लाख 81 हजार 736 रुपये की धनराशि आवंटित हुई। कोटरा को 12 लाख 73 हजार 884, माधौगढ़ को 19 लाख 13 हजार 384 रुपये, एट को 23 लाख 27 हजार 780 रुपये, नदीगांव को 12 लाख 89 हजार 232 रुपये, रामपुरा को 30 लाख 69 हजार 600 रुपये, ऊमरी को 13 लाख 76 हजार 204 रुपये का बजट आवंटित हुआ। जिससे जल्द निर्माण होना शुरू हो जाएगा।