उरई। झांसी-कानपुर रेलमार्ग के पुखरायां मालसा सेक्शन में गोरखपुर से मुंबई जाने वाली कुशीनगर एक्सप्रेस की एस-1 और एस 2 बोगी की कपलिंग खुलने से दोनों बोगियां अलग हो गईं। सूचना पर इंजीनियरिंग विभाग की टीम और आरपीएफ ने मौके पर पहुंचकर ट्रेन से दोनों कोच को अलग किया और यात्रियों को दूसरे कोच में बैठाया। इसके बाद ट्रेन गंतव्य की ओर रवाना हुई। इस हादसे के बाद रेल प्रशासन ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
घटना सोमवार की तड़के 2:51 बजे की है। गोरखपुर से मुंबई जाने वाली कुशीनगर एक्सप्रेस जब पुखरायां मलासा सेक्शन से गुजर रही थी, तभी ट्रेन की एस-1 और एस 2 बोगी कपलिंग खुलने के कारण अलग अलग हो गई। इससे ट्रेन में खलबली मच गई। स्टेशन अधीक्षक ने इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी। कंट्रोल से आई सूचना के बाद इंजीनियरिंग और आरपीएफ मौके पर पहुंची।
लालपुर स्टेशन की साइडिंग में रखे इंजन को मौके पर लाया गया। कुशीनगर एक्सप्रेस से दोनों बोगियों को अलग किया गया। इन बोगियों में सवार यात्रियों को अन्य बोगियों में शिफ्ट किया गया। इसके चलते ट्रेन 2.51 बजे से 7.15 बजे तक खड़ी रही। इससे बनारस से अहमदाबाद जाने वाली साबरमती एक्सप्रेस साढ़े सात घंटा, कोलकाता से झांसी जाने वाली बैरकपुर एक्सप्रेस 2 घंटा 40 मिनट, गोरखपुर से मुंबई जाने वाली संत कबीरनगर एक्सप्रेस डेढ़ घंटा प्रभावित हुई।
ये सभी ट्रेनें उरई काफी देरी से पहुंची। साबरमती एक्सप्रेस रात 2:46 बजे के स्थान पर सुबह 10:17 बजे उरई पहुंची। बैरकपुर एक्सप्रेस सुबह 5:09 बजे के स्थान पर 7:48 बजे उरई आई। संत कबीरनगर एक्सप्रेस सुबह 8:04 बजे के स्थान पर 9:32 बजे उरई आई। ट्रेनों की लेटलतीफी के कारण यात्री परेशान रहे। वह उरई स्टेशन पर ड्यूटी पर तैनात डिप्टी एसएस पीके निरंजन के कार्यालय में जाकर ट्रेनों के बारे में जानकारी लेते रहे। इससे झांसी, भोपाल , नासिक, मुंबई जाने वाले यात्रियों को खासी परेशानी हुई।
झांसी मंडल के पीआरओ मनोज कुमार सिंह का कहना है कि ट्रेन कपलिंग की घटना की जांच आरडीएसओ लखनऊ की टीम से कराई जाएगी। झांसी स्टेशन पर कुशीनगर एक्सप्रेस से पहुंचने पर जो पुखरायां से दो कोच हटाए गए थे। वह झांसी में नए कोच जोड़ दिए गए। जिसमें यात्रियों को शिफ्ट किया गया।