
अमेरिका में एल्युमिनी
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एल्युमिनी संघ की शुरुआत और गठन 2013 में तापस तिवारी ने की थी। जो साल 2001 के बैच के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग स्नातक हैं। नौ सितंबर 2023 को दूसरा सफल एल्युमिनी संघ सम्मेलन को सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। छह घंटे से ज्यादा चले इस कार्यक्रम का आरम्भ सरस्वती वंदना के साथ, सरस्वती जी की मूर्ति के सामने दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसे साची पोद्दार, आशीष अग्रवाल, तापस तिवारी, आशीष तिवारी, शौनक उपाध्याय और नमिता बंसल ने किया।
सरस्वती वंदना को आकृति जीना ने पढ़ा। कैलिफ़ोर्निया और टेक्सास से आए सभी भूतपूर्व छात्र संगठन एलुमनाई समूह का स्वागत तापस तिवारी द्वारा किया गया, जो एल्युमिनी संघ के संयुक्त राज्य अमेरिका अध्याय के निर्माण के पीछे एक ब्रेन्स हैं। अपने स्वागत भाषण में डॉ. मनोहर चांदवानी (पूर्व निदेशक), डॉ. एसएम दासगुप्ता, डॉ. राज कमल, डॉ. चितले, प्रोफेसर एआई खंडवावाला, प्रोफेसर आरएस मोध, डॉ. संजीव टोकेकर, डॉ. वृंदा टोकेकर, डॉ. पी डब्ल्यू दांडेकर, प्रोफेसर तपन मुखर्जी, प्रोफेसर एनसी जैन, प्रोफेसर एसके जैन जैसे वे सभी व्यक्तियों का नाम लिया, जिन्होंने साल 1996 में स्थापित होने के बाद आई.ई.टी दी.ए.वी.वी. कॉलेज को पोषण दिया।
तापस तिवारी ने विश्व भर में सूचना प्रौद्योगिकी का भविष्य परिवर्तित करने में एल्युमिनी संघ के महत्व और संभावना को साझा किया और उन्होंने इस कार्यक्रम में शामिल सभी आईटी पेशेवरों को सम्बोधित किया, जो की एपल, गूगल, फेसबुक, माइक्रोसॉफ्ट, लिंक्डइन, अमेजन, टीसीएस, एक्सेंचर, सीटीएस, इन्फोसिस, ह्यूलेट पैकर्ड, विप्रो, वॉलमार्ट, इंटेल, टेस्ला, एनविडिया, एडोब, सेल्सफ़ोर्स, अल्बर्टसन, डेटा ब्रिक्स, येल्प, कार्बन 3 डी, सिस्को और लॉरेंस बर्कली नेशनल लैब, लैम रिसर्च, बर्कली, स्टैनफोर्ड जैसी मुख्य आईटी कंपनी में कार्यरत हैं और इस कार्यकम में शामिल हुए।
अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से वीडियो सन्देश के माध्यम से डॉ. संजीव टोकेकर (वर्तमान निदेशक), डॉ. आशीष तिवारी (हेड ऑफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट), डॉ. प्रतोष बंसल प्रोफेसर, आईटी विभाग और डीन (इंजीनियरिंग संकाय), डॉ. सुरेश जैन (मेडिकैप्स इंस्टीट्यूट), डॉ. नितिन सेठ (विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार), डॉ. परेश आत्रि, शिवांगी बांदे और श्री. शाहिद के ने संबोधित किया। डॉ. तिवारी वो प्रोफेसर थे, जो कॉलेज की स्थापना 1996 में होने पर से जुड़े थे। यह एक दिल को छूने वाला संदेश था, जिसे सभी ने समझा।
इस एल्युमिनी सम्मेलन को फेसबुक अकाउंट पर लाइव स्ट्रीम किया गया था, प्रारम्भ भाषण डॉ. आशीष शर्मा द्वारा दिया गया। उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका में संघ को आधिकृत करने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। प्रस्ताव को ब्रजेश दवे, आशिष गोहिल, अविजित बनर्जी, विपिन गुप्ता और गौरव केसवानी ने समर्थित किया। मंच पर सफल सञ्चालन मृदुल बंसल (2007 के बैच), नमिता बंसल (2004 के बैच) और इरा जैन (2006 के बैच) ने किया। व्यक्तिगत प्रदर्शन शिवेंद्र विव्रेकर, हर्ष जैन, राजकुमार पगारे, और तापस तिवारी ने दिया, जिसमें आई.ई.टी से आई.आई.टी बनाने वाली कविता का पाठ किया गया।
इस दूसरे एल्युमिनी संघ सम्मेलन की तैयारियां जून 2023 में शुरू हुईं, जिसमें तापस तिवारी के साथ मृदुल बंसल, शिवेंद्र विव्रेकर, नमिता बंसल, संदीप गुल्लानी, सौरभ बियानी, तपन जैन, हर्ष जैन, बृजेश वर्मा, गौतम जैन, देवेंद्र सिंह भाटिया, इरा जैन, अनिरुद्ध कुलकर्णी, स्वाति पुरावत, योगेश भूतड़ा, ऋचा बंसल, शशांक सोनी, मेहलम परवज़ और लोकेश त्रिवेदी ने महत्वपूर्ण सहयोग दिया। इस सम्मेलन की एक महत्वपूर्ण सफलता का संकेत था कि लॉस एंजल्स से अलुमनी राज कुमार पगारे (450 मील दूर) और टेक्सास से अनुज शर्मा (2000+ मील दूर) भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। पूरे कार्यक्रम के बाद, अलुमनी संघ द्वारा एक डिनर का आयोजन किया गया और संघ की सभीअद्वितीय बातचीत और आईटी चर्चा मध्यरात्रि तक चली।