
डाक्टरों को ठगने वाला गिरोह पकड़ाया
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उज्जैन में पिछले काफी दिनों से पुलिस को इस गिरोह की जानकारी मिल रही थी। लेकिन गुरुवार को ग्राम नारायणा के स्वास्थ्यकर्मियों और ग्रामीणों ने इस गिरोह के तीन सदस्यों को वसूली करते रंगे हाथों पकड़ लिया और इन्हें महिदपुर थाना पुलिस के सुपुर्द किया, जिसके बाद महिदपुर के बीएमओ डॉ मनीष उथरा भी थाने पहुंचे और उन्होंने इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस को आवेदन दिया था। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा-441, 384, 385, 386, 419 के तहत प्रकरण दर्ज करते हुए न्यायालय मे पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
पूरे मामले की जानकारी देते हुए महिदपुर थाने के एसडीओपी सुनील वरकडे ने बताया कि क्षेत्र में फर्जी स्वास्थ्य अधिकारी बनकर कुछ लोग डॉक्टरों से अवैध वसूली कर रहे थे। वर्तमान में यह गिरोह महिदपुर और जगोटी में लगातार बंगाली डॉक्टर और छोटे क्लीनिक संचालकों को धमकाकर अवैध वसूली कर रहा था। इस गिरोह द्वारा 12 सितंबर 2023 को डॉक्टरों को धमकाकर अवैध वसूली करने को लेकर कई डॉक्टरों ने इस गिरोह की शिकायत बीएमओ डॉ मनीष उथरा को की थी।
इस गिरोह के लोग जल्द से जल्द करोड़पति बनना चाहते थे। यही कारण था कि उन्होंने जिन डॉक्टरों को धमकाया था, उन्हें अपना क्यूआर कोड और फोनपे का नंबर भी दे आए थे, जिनका कहना था कि अगले महीने से हम यह रुपया लेने तुम्हारे पास नहीं आएंगे। इस नंबर पर फोनपे या क्यू आर कोड पर पैसे डाल देना, अगर रुपये नहीं दिए तो तुम्हारा क्लीनिक बंद कर देंगे। इस अवैध उगाई की शिकायत के बाद बीएमओ डॉ मनीष उथरा ने (अपना परिचय छुपाकर) इन फर्जी पत्रकारों और अपने आपको स्वास्थ्य अधिकारी बताने वाले लोगों से चर्चा की और पूछा कि आपने मेरे मित्र के क्लीनिक पर कार्रवाई की थी। हम इस कार्रवाई से बचना चाहते हैं, कुछ ऐसी ही बातों में उलझाकर डॉ. मनीष उथरा ने इन लोगों से बात की और बातों ही बातों में यह पता कर लिया कि यह गिरोह नारायणा गांव में पहुंचने वाला है। जो कि यहां भी अपनी आदत के अनुसार ही अवैध वसूली करेगा।
डॉ मनीष उथरा ने इस गिरोह के बारे में स्वास्थ्य कर्मचारियों को अवगत कराया और नारायणा गांव में उन्हें पहुंचाने के साथ ही कहा कि दो महिला और एक पुरुष किसी भी मेडिकल या क्लीनिक पर दिखाई दे तो तुरंत इन्हें पकड़ लो। सूचना के अनुसार ही जब स्वास्थ्य कर्मचारी नारायणा गांव में पहुंचे तो यहां यह कुछ लोग अवैध वसूली कर रहे थे, जिन्हें तुरंत स्वास्थ्य कर्मचारियों ने ग्रामीणों की सहायता से गिरफ्तार किया और उसके बाद 100 डायल बुलाकर गिरोह के सभी लोगों को थाने लेकर आ गए। महिदपुर थाने पर जांच करने के दौरान पाया गया की खुद को पत्रकार एवं स्वास्थ्य विभाग का अधिकारी बताने वाले यह लोग पूर्ण रूप से फर्जी हैं। न ही यह किसी तरह के पत्रकार हैं और न ही स्वास्थ्य विभाग से इनका कोई लेना-देना है। यह सिर्फ और सिर्फ अवैध रूप से लोगों को डराकर पैसा ठगने का काम करते थे।
इस मामले में महिदपुर पुलिस ने फरियादी डॉ मनीष उथरा की रिपोर्ट पर भारत सिंह पिता पीरु लाल चौहान निवासी उज्जैन, श्रीमती रिंकू सोगानी पति वैभव सौगानी निवासी उज्जैन, श्रीमती लीना श्रीवास्तव पति प्रमोद श्रीवास्तव निवासी उज्जैन के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।