
पीसीसी चीफ कमलनाथ और प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला
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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस 19 सितंबर को एक साथ सात जन आक्रोश यात्रा की शुरुआत करेगी। सात जन आक्रोश यात्राओं जिम्मेदारी सात नेताओं को सौंपी गई है। सातों यात्राएं 15 दिन में 11 हजार 400 किमी की यात्रा कर 230 सीटों को कवर करेंगे। इस अवसर पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा के चार नए चेहरे हैं। मिलावटी भाजपा, सजावटी भाजपा, दिखावटी भाजपा, बनावटी भाजपा।
शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ और प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने यात्रा का रोडमैप और थीम सांग लांच किया। इस अवसर पर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि युवाओं का भविष्य अंधकार में है। बीटेक करने के बाद भी मौका और रोजगार नहीं मिल रहा। ग्रामीण क्षेत्र के नौजवान सबसे बड़ी चुनौती है। 70 फीसदी अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। कृषि क्षेत्र की चुनौती हमारी सबसे बड़ी चुनौती थी। इसे सबसे पहले कांग्रेस ने पहचाना था। हमारे प्रदेश की इकॉनमी छोटी-छोटी दुकानों से चलती है। शिवराज सरकार में हर तरफ घोटाले और भ्रष्टाचार है। यह प्रदेशवासियों के भविष्य का चुनाव है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की एक-एक विधानसभा में यात्रा जाएगी। हम इसमें सबको शामिल करेंगे। क्योंकि यही कांग्रेस है। कांगे्रस पार्टी की इस यात्रा में पार्टी द्वारा कांग्रेस सरकार के खिलाफ जारी आरोप पत्र गांव-गांव, घर-घर पहुंचाया जाएगा। जनता को 18 वर्ष के भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार को जनता को बताया जाएगा।
इन नेताओं को सौंपी जिम्मेदारी
जन आक्रोश यात्रा 11 हजार 400 किमी की दूरी तय करेंगी। इसमें नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह 1600 किमी, पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव 1700 किमी, कमलेश्वर पटेल 1900 किमी, अजय सिंह राहुल 1400 किमी, सुरेश पचौरी 1400 किमी, कांतिलाल भूरिया 1700 किमी और जीतू पटवार 1700 किमी की दूरी तय करेंगे।
प्रदेश की सबसे बड़ी चुनौती बरोजगार नौजवान हैं
कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश की सबसे बड़ी चुनौती बेरोजगार नौजवान हैं। भविष्य का निर्माण करने वाले युवाओं का भविष्य अंधेरे में है। गांव में युवाओं का मजाक उड़ाया जा रहा है। बीटेक करने के बाद भी मौका और रोजगार नहीं मिल रहा। ग्रामीण क्षेत्र के नौजवान सबसे बड़ी चुनौती है। 70 फीसदी अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। कृषि क्षेत्र की चुनौती हमारी सबसे बड़ी चुनौती थी। इसे सबसे पहले कांग्रेस ने पहचाना था। हमारे प्रदेश की इकॉनमी छोटी-छोटी दुकानों से चलती है।
कांग्रेस किसानों के साथ, पहला चुनाव चिह्न दो बैल जोड़ी था
कमलनाथ ने कहा कि कृषि क्षेत्र की चुनौती को सबसे पहले कांग्रेस ने पहचाना था। 1947 से 1969 तक कांग्रेस का चुनाव चिंह दो बेल जोड़ी था। इसके बाद जब चुनाव आयोग ने चिंह बदला तो 1969 से लेकर 1977 तक चुनाव चिन्ह गाय बछड़ा चुना गया। जब ये चुनाव चिंह फ्रीज हुआ तो हमने हाथ का पंजा चुनाव। दो बैल जोड़ी मतलब किसान, हमारे ग्रामीण भाई बहन। हाथ का मतलब कर्म, राष्ट्रीय एकता। हर पार्टी का एक डीएनए होता है। और यही हमें समझना होता है।
18 साल के मुख्यमंत्री के नाम पर वोट क्यों नहीं मांग रही भाजपा
कमलनाथ ने कहा कि भाजपा की रैली में भीड़ दिल्ली से आ रही है। भाजपा को अपने 15 साल के मुख्यमंत्री के नाम पर वोट मांगने पर शर्म क्यों आ रही है। ये भाजपा सरकार 15 साल के इतिहास में इनकी पोल खुल गई। बीजेपी को शिवराज के 18 साल पर वोट मांगने चाहिए। लेकिन बीजेपी को शर्म आ रही है। इसलिए इनको बाहर से नेता लाने की जरूरत पड़ रही है। इनका मूल चेहरा खो गया है। भाजपा के चार नए चेहरे हैं। मिलावटी भाजपा, सजावटी भाजपा, दिखावटी भाजपा, बनावटी भाजपा ।
शिवराज सरकार में हर तरफ घोटाला
भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कमलनाथ ने कहा कि इस सरकार में हर तरफ घोटाला है। भर्ती करो तो घोटाला, राशन के बंटबारे पर घोटाला, खाद बीज में घोटाला। तीन महीने बाद का चुनाव मध्यप्रदेश के भविष्य को तय करेगा। एक व्यवस्था भ्रष्टाचार की है। एमपी का हर व्यक्ति या तो भ्रष्टाचार का शिकार है या गवाह है। क्या ऐसे प्रदेश चल सकता है।
मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने सतातन पर कंट्रोवर्सी कर रही भाजपा
कमलनाथ ने मीडिया के सवालों का जवाब देते कहा कि भाजपा विधानसभा चुनाव के मुख्य मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए सनातन पर कंट्रोवसी पैदा कर रही है। धर्म राजनीति का विषय नहीं है। मैं छिंदवाड़ा में धार्मिक कार्य करता हूं तो इनके पेट में दर्द होने लगता है। जनता का ध्यान चुनाव के समय बेरोजगारी, भ्रष्टाचार जैसे मुख्य मुद्दों पर न जाए, इसलिए भाजपा और उसके नेता अगले तीन महीने तक इसी तरह मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाते रहेंगे। इससे जनता को और मीडिया को सचेत रहना होगा।
सनातन था, है और रहेगा
एक सवाल का जवाब देते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सनातन हेमशा रहेगा। सनाता था, है और रहेगा। रणदीप सुरेजवाला ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि बदहाली के खिलाफ ये जन आक्रोश है। 11400 किलोमीटर की जन आक्रोश यात्रा पर कूच कर रहे हैं। मध्यप्रदेश के कोने-कोने में जन आक्रोश का स्वर है। इस यात्रा में 7 यात्राएं निकलेगी।