किसानों ने सड़ी फसल दिखाते हुए एसडीएम को बताई अपनी पीड़ा, सर्वे करवाकर मुआवजा दिलाने की मांग

किसान बोले-लौकी, भिंडी, पालक और धनिया की फसल खराब होने लगी है

अमर उजाला ब्यूरो

सिलावन(ललितपुर)। महरौनी ब्लॉक क्षेत्र के दर्जनों गांवों में बारिश से उड़द और मूंग की फसल नष्ट होने के बाद अब सब्जियां भी प्रभावित होने लगी हैं। शनिवार को किसानों ने सड़ चुकी फसल दिखाते हुए एसडीएम से जल्द से जल्द फसल का मुआयना कराकर मुआवजा दिलाने की मांग की है।

खरीफ फसल के लिए यह वर्ष भी किसानों के लिए अच्छा नहीं रहा। पिछले सालों की तरह इस बार भी लगातार हो रही बारिश से खेतों में जलभराव हो गया। इससे खेतों में खड़ी उड़द व मूंग आदि फसलें खेतों में ही सड़ने लगी है। किसानों का कहना है कि खेतों में लौकी, ताेरई, भिंडी, टमाटर, बैंगन, पालक, मूली, रौंसाफली और धनिया को बारिश से नुकसान पहुंच रहा है।

ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम किसरदा, छपरट, गगनियां, चौकी, दिगवार, गुंदरापुर, समोगर, सिलावन, जरया, कुरौरा और सुकाड़ी समेत आसपास के अन्य गांवों में उड़द व मूंग की फसल बर्बाद हो चुकी हैं। वहीं फलियों में पड़े दाने अंकुरित हो गए। फसल के साथ-साथ सब्जियों की हालत भी ऐसी हो गई हैं कि किसान को लागत निकलना भी मुश्किल हो गया हैं। किसानों का कहना हैं कि मूसलाधार बारिश से खेतों में पानी भर गया जिसके चलते सब्जियों के पौधे सड़कर नष्ट हो गए हैं।

किसानों ने नष्ट हुई फसल का मुआयना कराकर जल्द से जल्द मुआवजा दिलाए जाने की मांग की हैं। वहीं दुकानदारों के अनुसार लगातार बारिश से खराब हो रहीं धनिया की फसल के चलते अब मंडी में 150 रुपये किलो हरी धनिया बिक रही है।

कई गांव की फसल बर्बाद, उप कृषि निदेशक को दिया ज्ञापन

ललितपुर। पाली क्षेत्र के अलावा कई ग्रामीण अंचलों में अतिवृष्टि से बर्बाद हुई फसलों का किसानों को जल्द मुआवजा दिलाए जाने की मांग को लेकर अखिल भारतीय किसान संगठन के प्रदेश महासचिव गजेंद्र सिंह बुंदेला ने उप कृषि निदेशक वसंत कुमार दुबे को ज्ञापन दिया है।

ज्ञापन में उन्हाेंने बताया कि उड़द व मूंग की फसल पूर्ण रूप से नष्ट हो चुकी है। अभी भी लगातार बारिश हो रही है। कटाई भी बहुत महंगी पड़ रही है। लगभग छह हजार रुपये एकड़ का औसत खर्च फसल की कटाई जा रहा है। खेतों में पानी भरा होने के कारण हार्वेस्टर कटर मशीन नहीं पहुंच पा रहा। ऐसे मजदूरों से ही खेतों की सफाई और कटाई कराया जाना आवश्यक है। उड़द मूंग का दाना सड़ जाने के कारण 75 प्रतिशत दाना थ्रेसर से बाहर भूसे में निकल जाता है। आरोप लगाया कि किसानों को बीमा का लाभ नहीं मिल रहा। ब्लॉक बिरधा क्षेत्र के इन ग्रामों में भारी नुकसान उमरिया, पिपरिया, डोंगरा, सलैया, बैटना, बंगरिया, बरौदिया राईन, डोंगराकला, डोंगरा, करमरा, मगरपुर, रामपुर, बिरधा, सतौरा, पटवा, पढऩा, चीमना, क्योलारी, बछलापुर, खितवांस, ऐरावनी, विजयपुर, पठारी, घटवार, अडेला, मैनवार, रीछपुरा, छिल्ला आदि में खरीफ की फसल लगभग नष्ट हो चुकी है। उन्होंने प्रशासन से बीमा अधिकारी व राजस्व विभाग की टीम भेज कर सर्वे कराए जाने के साथ ही मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। ब्यूरो



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