उरई। न्यायिक अधिकारियों ने राठ रोड पर संचालित वृद्धाश्रम एवं लहरियापुरवा स्थित आश्रय गृह का औचक निरीक्षण किया। दोनों आश्रय स्थलों में रह रहे आश्रितों के रहन-सहन, खानपान, चिकित्सा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, सुरक्षा और बुनियादी व्यवस्थाओं को जांचा-परखा।
नगर पालिका के सहयोग से लहरियापुरवा में संचालित आश्रय गृह (शेल्टर होम) में न्यायिक अधिकारियों ने विभिन्न बिंदुओं पर जांच-पड़़ताल की। निरीक्षण में चार कर्मचारी उपस्थित मिले। एक कर्मचारी गैरहाजिर मिला। प्रबंधक विनय गौतम ने बताया गया कि वह अवकाश पर हैं। आश्रित पंजिका में निरीक्षण तिथि में एक भी आश्रित पंजीकृत नहीं मिला। आश्रय गृह के बाथरूम गंदे मिले और आश्रय गृह के अंदर और बाहर गंदगी मिली। इसे तत्काल दूर कराने एवं नियमित साफ-सफाई रखने के लिए प्रबंधक को निर्देशित किया।
समाज कल्याण विभाग द्वारा राठ रोड में स्वैच्छिक संस्था शिवा ग्रामोत्थान सेवा संस्था के सहयोग से संचालित वृद्धाश्रम में निरीक्षण के दौरान 106 संवासी उपस्थित मिले। उपस्थित पंजिका के अनुसार सभी कर्मचारी उपस्थित मिले संवासियों से पूछा कि उन्हें चाय-नाश्ता और सुबह-शाम का भोजन समय से मिल रहा है या नहीं। इस पर संवासियों ने मेन्यू के अनुसार भोजन मिलना बताया। मेन्यू चार्ट की भी जांच की गई। वृद्धाश्रम की मेडिकल डिस्पेंसरी का निरीक्षण करने पर स्टाफ नर्स उपस्थित थीं। संवासियों की चिकित्सा व प्राथमिक उपचार के लिए डिस्पेंसरी में आवश्यक दवाएं मिली।
निरीक्षण करने वाली इसमिति में अपर जिला जज प्रथम अरुण कुमार मल्ल, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट महेंद्र कुमार रावत एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव रेनू यादव शामिल रहे।