अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। कोतवाली के लक्ष्मी गेट अंदर रहने वाले युवक ने घर वालों की फटकार से नाराज होकर फांसी लगाकर जान दे दी। परिजनों ने पुलिस को बताया कि युवक अपने पिता के साथ मिठाई की दुकान पर हाथ बंटाता था। काम में मन न लगाने की वजह से परिवार के लोगों ने उसे डांट-फटकार दिया। यह बात उसे बुरी लग गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है।
कोतवाली के लक्ष्मी गेट निवासी रमेश प्रजापति की मिठाई की दुकान है। उसमें उनका बेटा गौतम (22) भी हाथ बंटाता था। परिजनों के मुताबिक गौतम मिलनसार प्रवृत्ति का था। दो दिन पहले ही वह वैष्णो देवी से लौटकर आया था। दुकान के काम में मन न लगाने की वजह से उसे फटकार लगा दी। बृहस्पतिवार रात को घर में भजन हुआ। इसमें भी वह शामिल हुआ। खाना खाने के बाद वह तीसरे मंजिल पर अपने कमरे में सोने चला गया। रात को उसने पंखे पर साड़ी से फंदा बनाकर फांसी लगा ली। शुक्रवार सुबह पिता रमेश पहुंचे तब कमरा खुला हुआ था। सामने गौतम का शव फंदे से लटक रहा था। यह देखकर पिता के होश उड़ गए। सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंच गई। कोतवाल संजय गुप्ता का कहना है कि अभी मौत की वजह बहुत साफ नहीं हुई है। डांट-फटकार की बात मालूम चली है। मामले की छानबीन कराई जा रही है।
गौतम के कदम पर किसी को नहीं हो रहा था भरोसा
परिवार में गौतम सबसे हंसमुख लड़का था। उसकी किसी से दुश्मनी नहीं थी। मोबाइल की छानबीन में मालूम चला कि उसने आखिरी कॉल अपने बड़े भाई विशाल को किया था लेकिन, उससे भी इस तरह की कोई बात नहीं की। इस वजह से परिवार के लोग गौतम के आत्मघाती कदम को लेकर हतप्रभ हैं। गौतम से बड़ा एक भाई विशाल एवं छोटी बहन अंजली है। गौतम की मौत के बाद से परिवार में रोना-पिटना मचा हुआ है।