झांसी की किशोरी की मामा, फूफा और मौसा ने जबरदस्ती करा दी 30 साल के ग्रामीण से शादी

बचपन में ही उठ गया था पिता का साया, एक रिश्तेदार के फोन करने पर पांच महीने बाद ससुराल से बरामद की गई

अमर उजाला ब्यूरो

झांसी। बचपन में ही अपने पिता को खोने वाली एक अबोध बच्ची को क्या मालूम था कि पिता का साया उठने के बाद उसके अपने मामा-मौसा और फूफा ही उसकी जिंदगी बर्बाद कर देंगे। जिन आंखों में उसने पढ़-लिखकर अच्छी नौकरी पाकर अपने पैरों पर खड़ा होने का सपना संजोया था, उस सपने को उसके बालिग होने से पहले ही तोड़ दिया जाएगा। उसे क्या पता था कि उसकी फूटी किस्मत जिंदगी की उड़ान भरने से पहले ही उसे बालिका वधू बना देगी।

सिंदूर भरी मांग, माथे पर बिंदी और हाथों में चूड़ियां पहने ललितपुर के वन स्टाप सेंटर में अकेेले बैठी यह किशोरी कुछ इसी तरह अपना दर्द बयां कर रही है। रो-रोकर अपनी हालत खराब चुकी इस किशोरी ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसके मामा, मौसा और फूफा ने जबरन उसका बाल विवाह करा दिया है। उसकी शादी 8 मई 2023 को हिंदू रीति रिवाज के अनुसार ललितपुर के नाराहट थाना क्षेत्र में 30 वर्षीय रामजीवन पटेल के साथ करा दी थी। जबकि वह सिर्फ 17 साल की है। किशोरी के अनुसार शादी से पहले उसे घर में बंधक बनाकर रखा गया था। किशोरी के किसी जानने वाले ने यह जानकारी चाइल्ड लाइन को दी तब जाकर पांच महीने बाद 13 सितंबर को चाइल्ड लाइन ने पुलिस के साथ किशोरी को उसके ससुराल वालों के चंगुल से बचाया।

यह किशोरी झांसी के थाना लहचूरा के एक गांव की रहने वाली है। परिवार में मां, एक छोटा भाई व बहन है। किशोरी के पिता की कई सालों पहले मौत हो चुकी है। उसके घर की देखरेख मामा ही करते थे। किशोरी ने जो वन स्टाप सेंटर की प्रभारी पूनम शर्मा को बताया, उसके अनुसार एक-डेढ़ साल पहले मां ने एक लड़के को पसंद किया था। वह लड़का उसे भी पसंद था। इस बारे में उसने अपनी मां को भी बताया था कि वह पढ़-लिखकर बालिग होने के बाद शादी करेगी।

उधर, ये बात जब उसके मामा, मौसा व फूफा को पता चली तो उन्होंने उसे अपने घर में तीन-चार महीने तक बंधक बनाकर रखा। वहीं चार महीने बाद आठ मई को उसकी शादी ललितपुर के नाराहट थाना क्षेत्र के एक गांव में 30 साल के एक ग्रामीण के साथ कर दी गई। उसने बहुत विरोध किया लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी।

ससुराल में भी उसे अच्छी तरह नहीं रखा गया, दिन भर उससे काम कराया गया। खाना बनाते समय जल जाने पर डॉक्टर तक को नहीं दिखाया गया। किशोरी की इस दशा के बारे में जब उसके दूसरे रिश्तेदारों को पता चला तो किसी ने 12 सितंबर को ललितपुर में चाइल्ड लाइन को फोन कर दिया कि एक किशोरी को बालिका वधू बनाकर उसका शोषण किया जा रहा है। उधर, दो तीन दिन बाद भी उसका पूरा मेडिकल नहीं कराया गया है।

किशोरी को रेस्क्यू करने के लिए शिक्षिका बनकर ससुराल में किया था फोन

प्रभारी पूनम शर्मा ने बताया कि उसके एक रिश्तेदार से किसी तरह किशोरी का नंबर लेकर बात की, इसके बाद लड़की ने आपबीती सुनाई। उन्होंने घरवालों के सामने खुद को उसकी शिक्षिका बताया ताकि ससुरालवालों को शक न हो। इसके बाद 112 हेल्पलाइन के जरिए पुलिस के साथ किशोरी को उसके ससुराल से रेस्क्यू किया। उसे महिला थाने ले जाया गया। पूनम शर्मा ने बताया कि किशोरी की मार्कशीट के अनुसार वह बालिग नहीं है।

इनके खिलाफ दर्ज कराया मामला

किशोरी ने मामा वीरेंद्र निरंजन, मामा सुरेश निरंजन, फूफा गिरीश पटेल निवासी झांसी और मौसा राजीव निरंजन निवासी भदरवारा बुजुर्ग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। महिला थानाध्यक्ष उमा सैनी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ बाल विवाह अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

मां को जानकारी दिए बिना ही कराई थी शादी

एसपी के समक्ष जब किशोरी बाल विवाह की शिकायत करने के लिए पहुंची तो उसके साथ मां भी थी। किशोरी ने अपने मामा, मौसा व फूफा पर जबरन शादी कराने की बात बताई। किशोरी की मां ने एसपी को बताया कि उसे जानकारी दिए बिना ही उसकी पुत्री का बाल विवाह करा दिया गया।

वर्जन

किशोरी ने अपने मामा, फूफा व मौसा पर उसका बाल विवाह करवाने की शिकायत की है। महिला थाना में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया गया है। किशोरी के बयान व मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है। आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस को निर्देश दे दिए गए हैं।

-मोहम्मद मुश्ताक, पुलिस अधीक्षक



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