अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। बुंदेलखंड इलाके में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश से बेतवा एवं पहूज नदी उफनाने लगी है। वहीं इन नदियों के सहारे बुंदेलखंड के 32 में से 15 बांध लबालब भर गए हैं। जबकि कुछ बांध मामूली तौर पर खाली हैं। सिंचाई अफसरों का कहना है कि अधिकांश बांध सितंबर माह के आखिरी तक काफी हद तक भर जाएंगे। इन बांधों के भर जाने से झांसी समेत बुंदेलखंड में साल भर तक पीने के पानी समेत रबी सीजन में खेतों को भी पानी देने का इंतजाम हो गया है।
राजघाट, गोविंदसागर, माताटीला, पारीछा एवं अर्जुन बांध ही साल भर तक पूरे बुंदेलखंड की प्यास बुझाते हैं। रबी की सिंचाई में खेतों को पानी देने के साथ ही पूरे साल पीने का पानी इनसे ही मिलता है। झांसी मंडल तो पूरी तरह माताटीला बांध पर निर्भर है। इस वजह से इस बांध के भरने का सबको इंतजार रहता है। वहीं, अर्जुन बांध को भी झांसी से ही पानी मिलता है। सिंचाई अफसरों के मुताबिक अगस्त माह तक माताटीला बांध करीब 3 फुट तक खाली रह गया था। इस वजह से भी सितंबर माह की बारिश का बेसब्री से इंतजार था। पिछले तीन दिन से बेतवा नदी के मध्य प्रदेश समेत बुंदेलखंड के कैचमेंट इलाके में बारिश हो रही है। इस वजह से बेतवा नदी उफान पर है। इससे राजघाट, माताटीला, सुकुवां ढुकुवां, पारीछा समेत अन्य बांध करीब-करीब पूरा भर चुके। पहूंज, लखेरी और केन नदियों पर बने बांध भी भरने वाले हैं। माताटीला बांध के एक्सईएन मो.फरीद के मुताबिक बारिश की संभावनाओं को देखते हुए इन बांधों के भी पूरी तरह से भर जाने की उम्मीद है।
इनसेट
पहूंज नदी के उफनाने से टूटा भांडेर-मोंठ कस्बे का संपर्क
पहूंज नदी के उफनाने से भांडेर-मोंठ कस्बे के बीच शाहपुर रपटा पानी में डूब गया। इस वजह से आवागमन ठप हो गया। पुलिस ने रपटे पर बैरिकेटस लगाकर पुल पर जाने का रास्ता बंद कर दिया। इस रपटे के बंद हो जाने से भांडेर जाने वाले लोगों को चिरगांव अथवा समथर की तरफ से घुमकर जाना पड़ा। इस वजह से करीब 40 किलोमीटर अतिरिक्त सफर करना पड़ा।
इनसेट
झांसी मंडल के प्रमुख बांध में मौजूद जल स्तर
बांध का नाम पूर्ण जलस्तर (मीटर में) मौजूदा जलाशय (मीटर में)
राजघाट 371 369.95
माताटीला 308.46 308.21
गोविंद सागर 363.93 363.60
शहजाद 321.80 320.10
ढुकुवां 273.71 271.12
पारीछा 194.65 193.21
डोंगरी 272.20 270.70
पहूंज 234.09 234.06
लखेरी 185.20 184.30
अर्जुन 176.17 176.17