महरौनी। कोतवाली महरौनी अंतर्गत ग्राम कुम्हैड़ी निवासी विनोद कुमार मिश्रा (59) शनिवार को खेत पर गए थे। यहां उनके खेत में खड़ी उड़द की फसल पानी में डूबी थी। फसल की स्थिति देख किसान को हार्टअटैक आ गया और कुछ ही देर में उनकी मौत हो गई। परिवार वालों का कहना था कि उन पर कर्ज भी थी। सोचा था कि उड़द की फसल को बेचकर कर्ज चुका देंगे लेकिन बरसात ने सब तबाह कर दिया।
परिजनों के मुताबिक विनोद कुमार मिश्रा के नाम 6 एकड़ जमीन है। इसी जमीन पर खेती करके वह अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। उनको दो पुत्र थे जिनमें एक की दो वर्ष पूर्व कोरोना के कारण मृत्यु हो गई थी। बेटे की मौत के बाद से इनकी आर्थिक स्थिति और भी गड़बड़ा गई। किसान क्रेडिट कार्ड से कर्ज भी ले रखा था। इस कर्ज को चुकाने के लिए वह पिछले दो साल से प्रयास कर रहे थे लेकिन हर बार फसल खराब हो जाती थी। परिवार वालों ने बताया कि इस बार फसल अच्छी थी। उम्मीद थी कि फसल बेचकर कर्ज चुका देंगे लेकिन बरसात ने उनकी सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। वह खेत पर फसल देखने गए और वहीं सदमे में हार्ट अटैक आ गया। परिवार वाले लेकर अस्पताल भी पहुंचे लेकिन उनकी पहले ही मौत हो चुकी थी। मृतक के छोटे पुत्र महेंद्र कुमार मिश्रा ने जिला प्रशासन एवं प्रदेश सरकार से मदद की अपील की है।