indore weather forecast rain today crop soyabean

INDORE NEWS
– फोटो : अमर उजाला, इंदौर

विस्तार


इंदौर में बारिश ने लोगों को राहत दे दी है। कम बारिश से परेशान किसान और शहरवासियों के चेहरे खिल उठे हैं। शुक्रवार से शनिवार सुबह तक 24 घंटे में पहली बार इंदौर में साढ़े तीन इंच से ज्यादा पानी बरसा है। लगातार तीन दिन से हो रही बारिश के चलते तालाब और डैम भर गए हैं। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगले तीन से चार दिन मौसम ऐसा ही रहेगा जिससे बारिश का कोटा पूरा होने में बड़ी मदद मिल जाएगी। शुक्रवार रात के बाद शनिवार को भी सुबह से शहर में पानी बरसता रहा। दोपहर में मौसम खुला और धूप भी निकली लेकिन शाम को फिर से तेज बारिश का दौर शुरू हो गया। शाम पांच बजे शुरू हुई बारिश रात 9 बजे तक चलती रही।

तालाबों का जल स्तर बढ़ा

लगातार तीन दिन की बारिश ने यशवंत सागर डैम, छोटा सिरपुर और पीपल्यापाला तालाब का जलस्तर बढ़ा दिया है। इंदौर में अब तक कुल 30 इंच बारिश दर्ज हो चुकी है। शहर का सामान्य बारिश का कोटा 37 इंच माना जाता है। इस हिसाब से 80% कोटा पूरा हो गया है। शहर में बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को दिन में अच्छी बारिश के बाद रात 11.30 बजे बाद फिर तेज बारिश शुरू हुई। शनिवार सुबह भी कई क्षेत्रों में हल्की बारिश होती रही। इससे मौसम में ठंडक घुल गई है। 

तेज हवा से टूटे बिजली के तार

शहर में लगातार तीन दिन हुई बारिश से कई जगह बिजली के खंभे गिरे और तार भी टूटे। सूचना मिलने के बाद बिजली कंपनी की टीमें मौके पर पहुंची और उन्हें ठीक किया। वहीं कई जगह लोगों को बिजली के लिए घंटों तक इंतजार भी करना पड़ा। बिजली विभाग ने कहा है कि लोग बारिश के दिनों में बिजली की लाइनों और ट्रांसफार्मरों से पर्याप्त दूरी बनाकर रखें। इसके साथ ही बिजली संबंधी किसी भी मदद के लिए ऊर्जस एप या टोल फ्री नंबर 1912 पर संपर्क करें।

फसलों को मिला नया जीवन

तीन दिन हुई बारिश ने फसलों को भी नया जीवन दे दिया है। सोयाबीन की फसल मुरझाने लगी थी और किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें आ आईं थी। सभी जगह बारिश के लिए प्रार्थना शुरू हो गई थी जो रंग लाई और सितंबर के दूसरे सप्ताह में पानी गिरने लगा। इससे फसलों को नया जीवन मिल गया। किसानों का कहना है कि अगली फसल गेहूं की है और वह भी बंपर ही होगी। उम्मीद है सितंबर में बारिश का कोटा पूरा हो जाएगा। 



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *