अमर उजाला ब्यूरो

झांसी। हादसे के बाद कंटेनर में लगी आग इतनी भीषण थी कि करीब दो घंटे तक धधकती रही। आग बुझाने के लिए चार दमकल बुलानी पड़ीं। फायर कर्मियों की मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया जा सका। इस दौरान करीब तीन घंटे तक झांसी-कानपुर हाइवे पर यातायात प्रभावित रहा। वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से गुजारा गया लेकिन, बड़ी संख्या में वाहन जाम में फंस रहे। हादसे के तुरंत बाद मौके पर एसडीएम परमानंद सिंह, सीओ लक्ष्मीकांत गौतम, थाना प्रभारी वेेद प्रकाश पांडेय भी पहुंच गए। काफी मशक्कत करके पुलिस ने शाम छह बजे केबाद यातायात बहाल कराया।

जलकर नष्ट हो गईं लाखों रुपये की नई गाड़ियां

हादसे के बाद कंटेनर जलकर पूरी तरह नष्ट हो गया। उसमें 12 नई मारुति कार लदी हुई थीं। मारुति के मनेसर प्लांट से यह सभी कार सतना एजेंसी भेजी जा रही थीं। कंटेनर में आग लगने के बाद कोई कार नहीं बच सकी। पुलिस ने मनेसर यूनिट से संपर्क करके उनको हादसे की सूचना दी। उधर, कंटेनर चालक की पहचान होने के बाद पुलिस ने उनके परिजनों तक भी सूचना पहुंचा दी है।

पुत्र का प्रवेश कराकर वापस लौट रहे थे उरई जेलर

उरई जेलर प्रदीप कुमार अपने पुत्र सिद्धार्थ का प्रवेश भोपाल स्थित बीआईटी कराने गए थे। प्रवेश कराने के बाद वह उरई वापस लौट रहे थे। गाड़ी उनका ड्राइवर प्रदीप चला रहा था। प्रदीप के मुताबिक उसने गाड़ी रोकने की कोशिश की लेकिन, हादसा इतनी तेजी से हुआ कि किसी को संभलने का समय ही नहीं मिला।



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