माधौगढ़। भादो माह में जेठ जैसी तपन होने से धान, बाजरा, तिल व गन्ना की फसल किए किसानों के सामने संकट खड़ा हो गया है। बारिश न होने से फसलों में कीट लगने से फसल खराब हो रही है। किसानों का कहना है कि शीघ्र बारिश नहीं हुई तो फसलें सूख जाएंगी।

तहसील क्षेत्र के गांव बिरिया, धमना, कुरौती, कुटरा, सुल्तानपुरा, कैलोर, सिरसा दोगढ़ी, निचावडी़, सिहारी, मिर्जापुर, अमखेडा़, चाकी, भंगा, अकबरपुरा, रूदपुरा हरौली सहित आधा सैकड़ा गांवों में इस बार धान की फसल ज्यादा हिस्से में बोई गई है। किसान अरुणोदय सिंह, अशोक सिंह, विकास सिंह आदि का कहना है कि समय से पानी बारिश होने से ज्यादातर हिस्से में धान की रोपाई करा दी थी। बिजली कटौती व बारिश न होने से धान की फसल मुरझाने लगी है। साथ धान की फसल में कीड़ा लग गया है जिससे फसल सूखने के कगार पर पहुंच गई है।

तेज धूप से सूख रही फसलें

किसान मन्नू सिंह का कहना है कि समय से बारिश होने पर अधिकांश किसानों ने धान की फसल बोई थी। भादों में जेठ जैसी तपन के चलते फसल में तना छेदक व जड़ गलन प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। तेज धूप के चलते इल्ली न मरने से खड़ी फसल सूख रही है। इस बार धान की फसल घाटे की सौदा रही।

बारिश न होने से इल्ली का प्रकोप बढ़ा

किसान अशोक सिंह का कहना है कि तेज धूप के चलते खेत में खड़ी बाजरा की फसल मुरझा गई है। बारिश न होने से फसल में इल्ली का प्रकोप बढ़ गया है। दवा का छिड़काव के बाद भी कीड़े का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। साथ ही तिल गन्ना की फसल पानी के अभाव में सूख जाएगी।



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