
प्रदर्शन कर रही महिलाएं
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मातृशक्ति अधिकारी कर्मचारी मंच के द्वारा भोपाल के हिंदी भवन के पॉलिटेक्निक चौराहा पर एक सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसे आयोजित करने के पीछे कर्मचारी बहनों की सिर्फ यही मंशा थी कि वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को राखी बांधे और इसके बदले में उपहार के स्वरूप में उनको वर्तमान में हो रही सभी तकलीफों को दूर करने का निवेदन करें। लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रक्षाबंधन के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे और स्थितियां कुछ ऐसी बनी की मुख्यमंत्री को जो राखी यह कर्मचारी बहने बांधने और भेंट करने के लिए लाई थीं, इन्हीं राखियों को हाथों में लेकर कर्मचारी बहनों को भोपाल में प्रदर्शन करना पड़ा।
मातृशक्ति अधिकारी कर्मचारी मंच की प्रदेश संयोजक सुषमा मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश भर की हजारों महिला शिक्षिकाएं और अन्य विभाग की कर्मचारी बहनों ने भोपाल के हिंदी भवन में रक्षा सूत्र सम्मेलन का आयोजन कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आमंत्रित किया था। लेकिन हाथ में निवेदन के बावजूद भी जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे तो महिला कर्मचारी आक्रोशित हो गई और सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन करने लगी तथा पॉलिटेक्निक चौराहे पर मुख्यमंत्री निवास को जाने वाला रोड जाम कर मुख्यमंत्री को राखी बांधने और अपनी मांगों का ज्ञापन पहुंचने का प्रयास कर रही थी। तभी मुख्यमंत्री निवास से संदेश आया और बुलाया गया।
कर्मचारी बहनों को लगा कि शायद मुख्यमंत्री उनके निवेदन को स्वीकार करने को तैयार होंगे, इसीलिए यह प्रतिनिधिमंडल हाथों में राखी लेकर मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचा थी। लेकिन यहां भी उन्हें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से नहीं मिलाया गया, जिससे महिलाओं में आक्रोश और बढ़ गया और उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस ने महिला कर्मचारियों से दुर्व्यवहार किया और उन्हें धक्के भी मारे, जिससे नाराज होकर महिला कर्मचारियों ने उन्हीं राखी को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया।
संगठन के इन लोगों ने जताया विरोध
मातृशक्ति अधिकार मंच द्वारा आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में जब अल्प निवेदन के बावजूद भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राखी बंधवाने नहीं पहुंचे और महिला कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया गया तो महिला कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदेश संयोजक सुषमा खेमसरा, जिला अध्यक्ष कविता दावरे, प्रदेश महामंत्री भारती अरोरा, तराना ब्लाक अध्यक्ष राजकुमारी शर्मा, सीमा परमार, विजया शर्मा, स्वाति पंचोली, स्वाति चौहान, सीमा व्यास, उमा दुबे, निर्मला वर्मा, सीमा शर्मा, सदमा उस्मानी, मनीषा सोनी, शिरीन कुरैशी, सुनीता वर्मा, राजस्व विभाग से प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य उज्जवला गज्जर सहित सम्मेलन में आदिम जाति कल्याण विभाग चिकित्सा विभाग सहित अनेकों विभाग की सैकड़ों महिला कर्मचारी तराना, महिदपुर, उज्जैन, घटिया, बड़नगर, नागदा ब्लाक की उज्जैन जिले में विरोध जताया।