
भाजपा के कई नेताओं ने कांग्रेस का दामन थामा
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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। उसका एक वर्तमान और एक पूर्व विधायक भाजपा में शामिल हो गया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चीफ कमलनाथ ने इन नेताओं को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई। एक साथ नौ नेताओं के कांग्रेस की सदस्यता लेने से पार्टी को मजबूती मिली है। खास बात यह है कि कोलारस के भाजपा विधायक वीरेंद्र रघुवंशी और भाजपा के पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत ने भाजपा छोड़ने की वजह केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थकों को बढ़ता महत्व बताया है।
इस अवसर पर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि भाजपा ने मध्य प्रदेश को भ्रष्टाचार प्रदेश बना दिया है। मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार की एक ऐसी व्यवस्था बना ली है जिसमें पैसे दो काम लो’ का सिद्धांत चल रहा है। कमलनाथ ने सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवराज सिंह जी आप पाप धोने के लिए बहनों को 1000 रुपये दे रहे हैं। शिवराज जी! आप सोचते हैं कि 18 साल के आपके पाप ऐसे धुल जाएंगे। आप जाइए मुंबई और कलाकारी वहां कीजिए, इस चुनाव के बाद मध्य प्रदेश की जनता आपको बड़े प्यार से विदा करेगी। कमलनाथ ने कहा कि भाजपा ने मध्यप्रदेश को चौपट प्रदेश, घोटाला प्रदेश, भ्रष्टाचार प्रदेश बना दिया है। आपको एक रक्षक के रूप में मध्य प्रदेश के भविष्य को बचाना है। आज जनता को प्रलोभन दे रहें हैं लालच दे रहें हैं। मैं कहता हूँ शिवराज जी ये 2023 है आप जिसे ज्ञान देने जाते हो वो आपको ज्ञान देने के लिये तैयार बैठा है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि पिछली बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी के 13 मंत्री हारे थे। इस बार इसका उल्टा होगा और मध्य प्रदेश की इस कमीशन वाली सरकार के 31 मंत्री चुनाव हारेंगे। सुरजेवाला ने कहा कि 50% कमीशन और भ्रष्टाचार इस सरकार का मुख्य धंधा है। जिस सरकार में दलित आदिवासी और महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, उन्हें चुल्लूभर पानी में डूब मरना चाहिए। भोपाल राजधानी है और यहां हर दिन एक महिला से बलात्कार क्यों हो रहा है?
उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी के पिटारे में अभी बहुत माल है, वहीं एमपी में एक धोखेबाज सत्ता में है वो कमलनाथ जी की घोषणाओं को नकल कर रहा है। कमलनाथ जी आपसे अनुरोध करता हूं कि आप आज कोई घोषणा न करें अब सारी घोषणाएं आचार संहिता के बाद करेंगे।
यह नेता हुए शामिल-
वीरेंद्र रघुवंशीः शिवपुरी की कोलारस विधानसभा सीट से वीरेंद्र रघुवंशी भाजपा विधायक हैं। कुछ दिन पहले ही उन्होंने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था। उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थकों पर गंभीर आरोप लगाए थे। रघुवंशी ने शिवपुरी के प्रभारी मंत्री पर क्षेत्र में भ्रष्ट अधिकारियों को पैसे लेकर तैनात करने के आरोप लगाए थे।
भंवर सिंह शेखावतः भंवर सिंह शेखावत भाजपा से विधायक रहे हैं। 2018 में वह बदनावर से राज्यवर्धन दत्तीगांव से चुनाव हार गए थे। सिंधिया के साथ दत्तीगांव भाजपा में शामिल हुए और उपचुनाव भी जीते। आज प्रदेश के उद्योग मंत्री हैं। शेखावत शुरू से ही दत्तीगांव के भाजपा में आने का विरोध कर रहे थे। शेखावत बदनावर से टिकट मांग रहे थे। इसके बाद से उनकी कांग्रेस में जाने की अटकलें लग रही थी। शेखावत का कहना है कि उन्होंने भाजपा नहीं छोड़ी, बल्कि पार्टी ने उन्हें छोड़ दिया। उन्हें पार्टी छोड़ने को मजबूर किया गया।
चंद्रभूषण सिंह बुंदेला उर्फ गुड्डू राजाः झांसी से दो बार सांसद रहे सुजान सिंह बुंदेला के बेटे चंद्रभूषण सिंह ने भी कांग्रेस की सदस्यता ली। वह दो बार ललितपुर से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। बुंदेला का बुंदेलखंड के छतरपुर, निवाड़ी और टीकमगढ़ जिलों में खासा प्रभाव है।
डॉ आशीष अग्रवाल गोलूः भोपाल दक्षिण पश्चिम विधानसभा सीट से पूर्व गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता के भांजे डॉ. आशीष अग्रवाल ने भी कांग्रेस की सदस्यता ली है। उन्होंने कांग्रेस की विचारधारा से प्रभावित होकर पार्टी की सदस्यता लेने की बात कही है।
अंशु रघुवंशीः गुना से अंशु रघुवंशी भी कांग्रेस में शामिल हुईं। अंशु के पिता देवेंद्र रघुवंशी दो बार विधायक रहे हैं। वह ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गई थीं।
यह लोग भी आए कांग्रेस में
कटनी से छेदीलाल पांडे, शिवम पांडे, शिवपुरी से अरविंद धाकड़, भिंड से डॉ. केशव यादव और नर्मदापुरम से महेंद्र प्रताप सिंह ने भी कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।